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श्री गंगानगर

ऑक्सीजन की कालाबाजारी करते तीन गिरफ्तार, पीएमजी हॉस्पिटल संचालक पर मिलीभगत का आरोप

– मेडिकल ऑक्सीजन से भरे 19 सिलेण्डर व एक लोडि़ंग वाहन जब्त

श्री गंगानगरMay 09, 2021 / 11:24 pm

Raj Singh

ऑक्सीजन की कालाबाजारी करते तीन गिरफ्तार, पीएमजी हॉस्पिटल संचालक पर मिलीभगत का आरोप

ऑक्सीजन की कालाबाजारी करते तीन गिरफ्तार, पीएमजी हॉस्पिटल संचालक पर मिलीभगत का आरोप

श्रीगंगानगर. कोरोना महामारी में मरीजों की जान बचाने के लिए चल रही मेडिकल ऑक्सीजन की मारामारी के बीच पुलिस की स्पेशल टीम ने शनिवार रात को पीएमजी हॉस्पिटल संचालक की मिलीभगत से ऑक्सीजन की कालाबाजारी करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके कब्जे से कालाबाजारी के लिए जमा किए गए ऑक्सीजन से भरे 19 सिलेण्डर व एक लोडिंग वाहन जब्त किया है। पुलिस हॉस्पिटल संचालक की भूमिका के संबंध में भी गहनता से जांच कर रही है।

पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत ने बताया कि 8 मई की रात को पुलिस की स्पेशल टीम के प्रभारी कश्यप सिंह को सूचना मिली थी कि कोरोना महामारी में मरीजों के लिए जीवन रक्षक मेडिकल ऑक्सीजन की दीपक कुमार, राजविन्द्र सिंह व सुनिल कुमार नाम के व्यक्ति एक लोडिंग वाहन में नाथावाला पुल के समीप कालाबाजारी कर रहे हैं।
करीब 340 रुपए के एक ऑक्सीजन सिलेण्डर के 2500 रुपए ले रहे हैं। जिनसे ग्राहक बनकर ऑक्सीजन की खरीद की जानी संभव है। इस पर टीम प्रभारी की ओर से सूचना का सत्यापन कराया और कार्रवाई के लिए कांस्टेबल अजय प्रताप को सादा कपड़ों में बोगस ग्राहक बनाकर कालाबाजारी करने वालों से ऑक्सीजन सिलेण्डर का सौदा करने भेजा गया।
कांस्टेबल पुलिया से बारहमासी नहर के बराबर पठानवाला को जाती हुई लिंक रोड पर करीबन 100 मीटर आगे गया। जहां एक छोटा लोडिंग वाहन खड़ा था। इसके पास तीन जने खड़े हुए थे। इनसे कांस्टेबल ने एक ऑक्सीजन सिलेण्डर खरीने की बात की। वहां मौजूद दीपक कुमार, राजविन्द्र सिंह व सुनिल कुमार ने कांस्टेबल से एक सिलेण्डर ऑक्सीजन के 2500 रुपए मांगे।
इस पर कांस्टेबल ने सौदा कर उनको 2500 रुपए दे दिए। कांस्टेबल का इशारा मिलते ही स्पेशल टीम ने वहां मौजूद तीनों को घेर लिया। पुलिस टीम ने वार्ड नंबर 56 करणमार्ग थाना जवाहरनगर निवासी दीपक कुमार पुत्र रामकुमार वाल्मिकी, गली नंबर 9 एसएसबी रोड निवासी राजविन्द्र सिंह पुत्र महेन्द्र सिंह रामगढिया व डूंगर कॉलोनी गली नंबर एक सदर थाना निवासी सुनील कुमार पुत्र भानीराम कुम्हार को मेडीकल ऑक्सीजन गैस सिलेंडर की कालाबाजारी करते हुए गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपियों के कब्जे से 19 ऑक्सीजन सिलेण्डर व ढाई हजार रुपए की नकदी व लोडिंग वाहन को जब्त कर लिया गया।

पीएमजी हॉस्पिटल के लिए आए थे सिलेण्डर
– पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपियों ने यह ऑक्सीजन सिलेंडर जगदम्बा आक्सीजन प्लांट रीको से पीएमजी हॉस्पिटल शिवचौक पहुंचाने के लिए लाना बताया। जिनके बिल, बिल्टी, वाउचर नहीं होना बताया।
आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वे शिव चौक स्थित पीएमजी हॉस्पिटल के मालिक डॉ. प्रवीण गर्ग की मिलीभगत व ज्ञान से लोगों के साथ छल कपट करके कोविड 19 महामारी मौत का डर दिखाकर राष्ट्रीय आपदा के समय जरुरत मंद लोगों को जीवन रक्षक मेडिकल ऑक्सीजन गैस सिलेंडर की काला बाजारी कर रहे थे।
वहीं जीवन रक्षक मेडिकल ऑक्सीजन आए हुए दामों से कई गुना अधिक बेच कर मुनाफा कमा रहें हैं। कुछ लोग वहां आते, उनको इसी तरह कोविड 19 महामारी का डर दिखाकर छल कपट से 2500 रुपए प्रति सिलेण्डर बेचकर कालाबाजारी से कमाई कर रहे हैं। पुलिस ने धारा 420, 270, 336, 384, 120-बी आईपीसी व 51 बी व 53 आपदा प्रबंधन अधिनियम व महामारी अधिनियम की धारा 3 व 3/7 ईसी एक्ट के तहत सदर थाने में मामला दर्ज किया है।
मामले की जांच सदर थाना प्रभारी हनुमानाराम को सौंपी है। पुलिस आरोपियों से इस मामले में व डॉ. प्रवीण गर्ग की भूमिका के बारे में अनुसंधान जारी है। पुलिस टीम जिला स्पेशल टीम प्रभारी कश्यप सिंह, हैडकांस्टेबल सुनील कुमार, कांस्टेबल अजय प्रताप, दिनेश शामिल रहे।

हॉस्पिटल संचालक ने कहा मेरी कोई गलती नहीं
– पीएमजी हॉस्पिटल के संचालक डॉ. प्रवीण गर्ग का कहना है कि इस घटना को लेकर मेरी कोई गलती नहीं है। रीको से सिलेण्डर आ रहे थे। रास्ते में आरोपियों ने गड़बड़ी कर दी। डॉक्टर का प्रथम कार्य है मरीज की जान बचाना चंद रुपयों के लिए कालाबाजारी करना नहीं है। पकड़े गए व्यक्तियों ने यह गंभीर आरोप लगाए हैं। जो सही नहीं है।

आयुक्त की मदद से बच सकी एक दर्जन मरीजों की जान
– पीएमजी हॉस्पिटल में आ रहे 19 ऑक्सीजन सिलेण्डर कालाबाजारी करते हुए जब्त हो गए। उधर, पीएमजी हॉस्पिटल में शनिवार रात भर्ती करीब 40 मरीजों की सांस अटकी हुई थी, जिनमें से एक दर्जन से अधिक मरीज गंभीर स्थिति में थे और उनको तत्काल ऑक्सीजन की आवश्यकता थी। लेकिन ऑक्सीजन सिलेण्डर लेकर गाड़ी नहीं पहुंची।
हॉस्पिटल वालों ने पता किया तो सिलेण्डर जब्त हो चुके थे। इस संबंध में अस्पताल संचालक ने नगरपरिषद आयुक्त सचिन यादव से संपर्क किया और अवगत कराया कि पुलिस में जब्त ऑक्सीजन सिलेण्डर दिलवाए जाएं, नहीं तो एक दर्जन मरीजोंं की सांसें रुक सकती है। इस पर आयुक्त ने पुलिस थाने में संपर्क किया तो कार्रवाई हो चुकी थी और सिलेण्डर जब्ती कर दी गई।
इस पर आयुक्त ने रीको में फोन करके पांच ऑक्सीजन सिलेण्डर व 15 ऑक्सीजन सिलेण्डर इमरजेंसी के स्टोर से पीएमजी हॉस्पिटल को उपलब्ध कराए। तब जाकर मरीजों की जान बच पाई।


पीएमजी हॉस्पिटल की होगी प्रशासनिक जांच
– नगर परिषद आयुक्त सचिन यादव ने बताया कि मेडिकल ऑक्सीजन की कालाबाजारी के मामले को जिला कलक्टर ने गंभीरता से लिया है और इसकी प्रशासनिक स्तर पर भी जांच कराई जाएगी। जांच के बाद प्रशासन की ओर से उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी। ऑक्सीजन सप्लाई के मामले में यह अस्पताल की बहुत गंभीर चूक है। ऐसे में मरीजों की जान भी जा सकती थी।

अन्य हॉस्पिटल भी रखे कड़ी निगरानी
– आयुक्त यादव ने बताया कि इस मामले के बाद प्रशासन सतर्क हो गया है और ऑक्सीजन प्राप्त करने वाले राजकीय चिकित्सालय सहित सभी निजी हॉस्पिटल के संचालकों को जल्द ही एडवाइजरी जारी की जाएगी। जिससे वे अपने अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलेण्डर लाने वाले वाहनों, चालकों व कर्मचारियों पर कड़ी निगरानी रखें, जिससे भविष्य में ऐसी घटना नहीं हो।

18 ऑक्सीजन सिलेण्डर सीएमएचओ कार्यालय को सौंपे
– सदर थाना पुलिस ने शनिवार रात को कालाबाजारी करते हुए जब्त किए गए मेडिकल ऑक्सीजन से भरे 19 सिलेण्डरों में से 18 सिलेण्डर रविवार दोपहर को सीएमएचओ कार्यालय के कनिष्ठ सहायक संदीप जाखड़ व स्टोर कीपर नवीन बेदी को सौंप दिए गए। एक सिलेण्डर सबूत के तौर पर पुलिस ने रखा गया है। वहीं कोर्ट की ओर से चाहे जाने पर सभी सिलेण्डर नीयत समय पर पेश करने होंगे।
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