बीकानेर और लालगढ़ यार्ड व प्लेटफार्मों पर ट्रेनों का ट्रैफिक बढ़ गया था। ऐसे में यार्ड व प्लेटफार्मों को दबाव मुक्त करने और श्रीगंगानगर व हनुमानगढ़ के यात्रियों को सुविधा देने के लिए रेलवे ने अपने प्रबंधन के हिसाब से उचित लगने वाली ट्रेनों का ही विस्तार किया। हालांकि रेलवे का प्रयास रहा कि इन ट्रेनों से जनता को मनचाहे स्टेशनों से कनेक्टिविटी हासिल हो सके।
वहीं अनूपगढ़ से सूरतगढ़ ट्रेन के हनुमानगढ़ तक पचास किलोमीटर विस्तार पर हुए भव्य कार्यक्रम को चुनाव से जोडऩे के सवाल पर डीआरएम ने कहा कि सरकार एवं रेलवे बोर्ड के निर्देशों पर सभी कार्यक्रम निर्धारित किए जाते हैं। इस समय सरकार का मुख्य फोकस जन एवं यात्री सुविधाएं हैं। ऐसे में बजट मुख्य रूप से यात्री सुविधाओं पर खर्च किया जा रहा है।
-नयी रेल सेवा को दिखाई हरी झंडी
रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नम्बर एक पर शाम 6.50 मिनट पर नव विस्तारित ट्रेन अनूपगढ़ से हनुमानगढ़ वाया सूरतगढ़ पैसेंजर को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। डीआरएम एके दूबे, सांसद निहालचंद मेघवाल, विधायक रामप्रताप कासनियां, सीनियर डीसीएम जितेन्द्र मीणा, नगरपालिका अध्यक्ष काजल छाबड़ा, प्रधान बिरमा देवी नायक, भाजपा नगर अध्यक्ष महेश सेखसरिया, सीए प्रकोष्ठ के भरत मूंधड़ा, स्टेशन अधीक्षक राज सिंह शेखावत, टीआई राजीव वालिया सहित मंडल स्तरीय उच्चाधिकारियों ने ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। वहीं नागरिक संघर्ष समिति रेल संयोजक लक्ष्मण शर्मा, व्यापार मंडल अध्यक्ष ललित सिड़ाना, सचिव दर्शनभगत परनामी, मदन ओझा आदि ने ट्रेन चालक व गार्ड को साफा पहनाकर तथा मिष्ठान खिलाकर स्वागत किया। इस ट्रेन में 9 यात्री कोच, एक गार्ड व अन्य लगेज कोच होगा। ट्रेन का संचालन जून माह तक किया जाएगा।
जिसमें यह रेलगाडी कुल 155 फेरे लगाएगी। सांसद ने रेलवे स्टेशन पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि जिलों के लिए नई दूरगामी रेल सेवाओं के संचालन के लिए प्रयास जारी है। जल्द ही नई रेल सौगातें मिलेंगी। विधायक ने डीआरएम के समक्ष पार्किंग शुल्क में राहत का मुद्दा उठाया। इस दौरान डीआरएम ने रेलवे स्टेशन पर व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने स्टेशन अधीक्षक को रेलवे के मुख्य द्वार पर रैन बसेरे को हटाने के लिए कार्यवाही के निर्देश दिये।
-एक लाख ट्रैफिक पर ही मिलेगा एक्सक्लेटर
डीआरएम ने बताया कि रेलवे के पास फिलहाल अधिक बजट नहीं है। रेलवे मंत्रालय की ओर से मिले नये दिशा-निर्देशों के तहत अब प्रतिदिन एक लाख यात्री ट्रैफिक वाले रेलवे स्टेशनों पर ही स्वचालित सीढिय़ां लगाई जाएंगी। ऐसे में सूरतगढ़ सहित अन्य स्टेशनों पर योजना को फिलहाल छोड़ दिया गया है। दिव्यांगों के आवागमन के लिए यार्ड से वैकल्पिक रास्ता दिया जाएगा। बठिण्डा से बीकानेर रेलवे ट्रेक दोहरीकरण प्रस्तावित था, मगर रेल मंत्रालय से किसी प्रकार के आदेश नहीं मिले हैं।
उन्होंने बताया कि बीकानेर से बांद्रा रणकपुर एक्सप्रेस को श्रीगंगानगर तक विस्तार करने के लिए योजना बनाई जा रही है। लेकिन इससे पूर्व इस ट्रेन को दैनिक करने के प्रयास चल रहे हैं, जिसके बाद विस्तार संभव हो सकेगा। हावड़ा के लिए श्रीगंगानगर से कनेक्टिविटी उपलब्ध है। रेलवे स्टेशनों पर कैमरे लगाने के लिए बजट उपलब्ध है। पूर्व में जारी निविदा में तकनीकी अड़चन थी, जिसे दूर कर दिया है। जल्द रेलवे स्टेशनों पर कैमरे लगेंगे। डीआरएम ने कहा कि रेलवे की प्राथमिकता केवल यात्री सुरक्षा एवं संरक्षा है।