यहां आने वाले लोगों की मानें तो पार्क की लोकेशन पावर हाउस, राजकीय विद्यालय, सब्जी मंडी, कोचिंग सेंटर के पास होने के चलते यहां आने वालों की संख्या तो काफी है, लेकिन पार्क की स्थिति अच्छी नहीं होने के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। पार्क में पानी का कनेक्शन होने के बावजूद समय पर पानी नहीं देने के चलते दूब कोनों पर से सूखने लगी है। यहां लगे बैंच पर दिन निकलने के साथ ही धूप आ जाती है, जो शाम तक रहती है। बैंच स्थायी होने के कारण इनको इधर-उधर नहीं कर सकते ऐसे में लोगों को फुटपाथ पर बैठकर ही समय गुजारना पड़ता है।
पार्क में ही वाटरवक्र्स टंकी, खल रही जगह की कमी
पार्क के एक तरफ शहर में पेयजल सप्लाई देने के लिए जलदाय विभाग का ओवरहैड टैंक बना हुआ है। इस कारण पार्क का एक चौथाई तक हिस्सा टंकी की जद में आ गया है। सुबह घूमने आने वाले लोगों की माने तो यहां दौड़ लगाने वाले युवाओं को इस टंकी के कारण परेशानी होती है। पहले दौड़ लगाने वाले युवा पूरा चक्कर लगाते थे लेकिन टंकी बनने के बाद उनकी दौड़ अब पूरी नहीं हो पाती है। वहीं कुछ युवकों ने तो अब पार्क को छोड़ सड़कों पर दौड़ लगानी शुरू कर दी है।
सफाई का भी अभाव
पार्क में सफाई नहीं होने से यहां-वहां कचरा पड़ा नजर आ जाता है। यहां डस्टबिन तो लगे हैं, लेकिन उनको रोजाना साफ नहीं करने से कचरे से भरे रहते हैं। लोगों का कहना है कि सफाई कर्मी ही कभी-कभार यहां सफाई करने आते हैं। पार्क के रखरखाव के लिए नगर परिषद को यहां स्थाई कर्मचारियों की नियुक्ति करनी चाहिए।