पदमपुर थाना प्रभारी विक्रम तिवाड़ी ने बताया कि 19 अक्टूबर को 50 आरबी निवासी संदीप सिंह ने रिपोर्ट दी कि कन्हैयालाल व रणजीत जानबूझकर बैंक के बंद खाते का चेक देकर उसकी कार धोखे से ले गए और खुर्दबुर्द करने की फिराक में है। इस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई।
इस संबंध में पुलिस अधीक्षक हेमंत शर्मा, एएसपी रायसिंहनगर व सीओ करणपुर को मामले से अवगत कराया गया। अधिकारियों के निर्देश पर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम का गठन किया गया। टीम ने मोबाइल लोकेशन व अन्य तकनीकी आधार पर आरोपियों का पता लगाया।
जो पंजाब के सरवर खुईया में होना पाया गया। पुलिस ने गांव कालिया सदर निवासी कन्हैयालाल पुत्र राजूराम व किशनपुरा दिखनाता हनुमानगढ़ निवासी रणजीत पुत्र साहबराम को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों से पुलिस ने कार बरामद कर ली।
आरोपी कन्हैयालाल ने पुलिस पूछताछ में खुलासा किया है कि राजस्थान, पंजाब व हरियाणा में करीब एक दर्जन थानों में धोखाधड़ी के मामलों में वांछित होना बताया। जिसके एनआई एक्ट के आधा दर्जन प्रकरणों में स्थायी वारंट होना बताया है। आरोपी कन्हैयालाल सदर थाने में ए श्रेणी का हिस्ट्रीशीटर है।
आरोपी के खिलाफ कोतवाली, सदर थाना श्रीगंगानगर, टिब्बी थाना, हनुमानगढ़ टाउन, बाहवाला पंजाब, अनूपगढ़, सूरतगढ़ सदर, पीलीबंगा व घमूडवाली थानों में प्रकरण चल रहे हैं। अपने नाम से नहीं रखता संपति – पुलिस ने बताया कि पूछताछ में पता चला है कि आरोपी कन्हैयालाल काफी शातिर है और जल्दी से पुलिस की गिरफ्त में नहीं आता है। आरोपी ने अपने नाम से कोई संपति भी नहीं की हुई है। ठगी की वारदात करने के बाद फरार हो जाता है। आरोपी ने अपने घर पर सीसीटीवी कैमरे लगा रखे हैं।
कर चुका है सौ से अधिक ठगी – आरोपी सौ से अधिक ठगी की वारदात कर चुका हे। आरोपी के पास से पुलिस को आठ सिम व कई चेक मिले हैं। आरोपी ठगी करने के लिए सोशल मीडिया पर पुरानी गाडिय़ों का बेचान प्रचार को देाकर बेचने वाले वाहन स्वामी से मोबाइल पर संपर्क करता है। इसके बाद उसे बातों में फंसाकर चेक दे देता है।
आरोपी वाहन मालिक से पूरे कागजात आदि लेकर वाहन को बेचान कर देता है। आरोपी की ओर से दिया जाने वाला चेक का खाता या तो बंद हो चुका होता या खाते में रुपए नहीं होते हैं।