निर्माण कार्य के दौरान ही ग्रामीणों ने जलदाय विभाग ( Water supply department ) के अधिकारियों को अवगत करवाया गया था पर अधिकारियों द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई थी जिसके चलते वाटरवर्क्स मात्र सात-आठ साल में ही पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। अब रॉ वाटर ( raw water ) ही पेयजल के रुप में सप्लाई हो रहा है।
वाटरवर्क्स में बनी दोनों डिग्गियां पूरी तरह से क्षतिग्रस्त है। गांव को जाने वाली मुख्य सप्लाई लाइन भी जगह-जगह से क्षतिग्रस्त है। जिससे ग्रामीणों के घरों तक सप्लाई ( Supply ) किया गया पानी भी मुश्किल से पहुंचता है साथ मे लीकेज की जगह से गन्दा पानी भी पाइप के माध्यम से लोगों के घरों में पहुंच जाता है। वाटरवर्क्स में दोनों पेयजल भंडारण की डिग्गियां, पावर हाउस,चारदीवारी व फ़िल्टर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुके है। ( sriganganagar hindi news )
जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के जेईएन दीपक गोदारा ने बताया कि गांव 33 जीबी के वाटरवर्क्स जनता जल योजना के अंतर्गत आता है इसकी सार सम्भाल की जिम्मेवारी ग्राम पंचायत की है फिर इसका मरम्मत का प्रस्ताव बनाकर उच्च अधिकारियों को भेजा जाएगा।