इन लोगों ने कारीगरों को लाकर अपने चबूतरे और चारदीवारी को हटाने की कवायद तेज कर दी। इनको यह कब्जा हटाने के लिए सोमवार को अंंतिम दिन मिला था, नगर परिषद ने पिछले सप्ताह इस गली में कब्जे चिह्नित करने के लिए लगा रखा था। इस रोड पर ऐसे 60 मकान और दुकानें है, जिनके आगे चबूतरे और चारदीवारी निर्माण से अतिक्रमण किया है। इस रोड पर नगर परिषद के उपसभापति अजय दावड़ा के घर की चारदीवारी भी अतिक्रमण के दायरे में आ गई है।
ऐसे में दावड़ा परिवार ने भी चारदीवारी को हटाने की कवायद शुरू कर दी है। नगर परिषद आयुक्त अशोक असीजा ने गत सप्ताह स्वास्थ्य निरीक्षक सुमित फुटेला की अगुवाई में एक टीम गठित कर इस रोड से अतिक्रमण हटाने के लिए अधिकृत किया था।
इस टीम ने पूरी रोड पर एक एक दुकान और मकान के आगे बने चबूतरों की पैमाइश की थी, इस जांच में पाया गया कि सडक़ के दोनों साइडों में करीब आठ आठ फीट कुलसौलह फीट के चबूतरे बनाकर अतिक्रमण जमा लिया। इन चबूतरों पर किसी ने अपनी चारदीवारी आगे बढ़ाकर दुकान बना ली है तो किसी ने वहां सेफ्टी टैँक बना लिया था।
दुर्गा विहार, हाउसिंग बोर्ड, सुखाडिय़ानगर, सुखाडिय़ा शॉपिंग सैँटर, रैगर बस्ती, इंदिरा कॉलोनी, बापूनगर, तेली मोहल्ले के अधिकांश लोग इसी रोड से आवाजाही करते है। ऐसे में यह रोड लगातार संकरी हो रही है। परिषद अमला जब सोमवार सुबह इस रोड पर पहुंचा तो वहां लोग खुद ही अपने चबूतरे और चारदीवारी हटा रहे थे। इस मलबे को मंगलवार तक साफ करने निर्देश दिए गए है।
9 से 21 फीट हो जाएगी खुली यह रोड इस रोड पर दोनों साइडों में साठ मकानों व दुकानों के आगे चबूतरे और चारदीवारी से कब्जा है। इससे सडक़ पर राहगीरों और वाहनों की आवाजाही महज 9 फीट चौड़ी रह गई थी, अब अतिक्रमण हटने से यह 21 फीट खुली हो जाएगी। इस रोड के खुली होने पर राहगीरों ने भी आश्चर्य जताया है। इधर, उपसभापति अजय दावड़ा ने भी अतिक्रमण हटाने के विरोध की बजाय समर्थन किया है। दावड़ा ने तो दो साल पहले भी इस रोड से कब्जे साफ करने की गुहार नगर परिषद से लगाई थी लेकिन जी ब्लॉक में अतिक्रमण हटाने की मुहिम में उनकी गुहार की सुनवाई नहीं हो पाई थी।