एसीपीसी के अनुसार डीडीसीईटी के लिए छह फरवरी से 23 मार्च तक ऑनलाइन पंजीकरण कराया गया था। इसमें गुजरात सहित देश भर से 18372 विद्यार्थियों ने पंजीकरण कराया। इसमें से 18256 विद्यार्थियों ने फीस भर कर पंजीकरण की प्रक्रिया को पूरा किया। इसमें से 17 हजार 947 विद्यार्थियों ने डीटूडी इंजीनियरिंग के लिए और 309 ने डीटूडी फार्मेसी के लिए पंजीकरण कराया है। इसमें 742 विद्यार्थी गुजरात के बाहर 20 अन्य राज्यों के हैं।
एसीपीसी के अनुसार डीटूडी इंजीनियरिंग के डीडीसीईटी के लिए पंजीकृत 17947 में से 17251 विद्यार्थियों ने रविवार को 50 केन्द्रों पर ली गई प्रवेश परीक्षा में परीक्षा दी। 696 अनुपस्थित रहे। 96.10 फीसदी उपस्थित रही। डीटूडी फार्मेसी के लिए ली गई प्रवेश परीक्षा में 309 में से 298 विद्यार्थी हाजिर रहे। 11 अनुपस्थित रहे। उपस्थिति का प्रतिशत 96.40 फीसदी रहा। सबसे ज्यादा 4423 विद्यार्थी अहमदाबाद में थे, जबकि सबसे कम 15 विद्यार्थी बोटाद और नर्मदा जिले में पंजीकृत हुए हैं।
200 अंक के पूछे गए प्रश्न, नेगेटिव मार्किंग
डीडीसीईटी इंजीनियरिंग और फार्मेसी दोनों ही में 200-200 अंक के वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे गए। इसके लिए 150 मिनट का समय दिया गया। चार में से सही विकल्प चुनने पर विद्यार्थी को दो अंक दिए जाएंगे, जबकि गलत जवाब देने पर आधा अंक काट लिया जाएगा।
आंसर की घोषित, 9 को स्केन कॉपी मिलेगी
एसीपीसी ने डीडीसीईटी की आंसर की रविवार शाम को वेबसाइट पर घोषित कर दी। 9 अप्रेल से विद्यार्थियों को ओएमआर की स्केन कॉपी ऑनलाइन लॉग इन आईडी में उपलब्ध करा दी जाएगी। विद्यार्थी 15 अप्रेल रात 12 बजे तक सवालों के जवाब के संदर्भ में उचित आधार के साथ आपत्ति दर्ज करा सकते हैं। इसके लिए 500 रुपए की फीस भरनी होगी। मई महीने के तीसरे सप्ताह में प्रवेश के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू होगी। नए नियम के तहत किसी भी ब्रांच से डिप्लोमा इंजीनियरिंग करने वाले विद्यार्थी डिग्री इंजीनियरिंग की किसी भी ब्रांच में प्रवेश के लिए आवेदन कर सकते हैं।