देश के केंद्रीय, राज्य और डीम्ड विश्वविद्यालयों में स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश पाने के लिए सीयूईटी की परीक्षा होती है। इस परीक्षा को पास करने के बाद ही दाखिला मिलता है।
छात्रों का कहना है कि सर्वर की समस्या 22 मार्च के बाद ही आना शुरू हो गई थी। किसी तरह से छात्रों ने पंजीकरण फार्म भरने का काम पूरा किया। फार्म भरने में 20 से 25 बार पोर्टल से लॉग आउट हो गए। किसी तरह से फार्म भरा फिर फीस जमा करने में पसीने छूट गए। इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय देश के टॉप- थ्री विश्वविद्यालयों में शुमार है। ऐसे में सर्वर की गड़बड़ी से फार्म नहीं भर पाने की स्थिति से छात्रों को भविष्य पर संकट नजर आ रहा था।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में स्नातक के 17 पाठ्यक्रम सीयूईटी से जुड़े हैं।
इनमें कैंपस और कॉलेजों को मिलाकर 18 हज़ार से अधिक सीटें हैं। पिछले साल साढ़े तीन लाख छात्रों ने (सीयूईटी) में इलाहाबाद विश्वविद्यालय के विकल्प को चुना था।