गौरतलब है कि पांचवीं बोर्ड परीक्षा में परीक्षार्थियों की उपस्थिति के अंक विद्यालय स्तर पर ऑनलाइन दर्ज करने होते है, जिसका असर नौनिहालों के परीक्षा परिणाम पर भी पडता है। इस बार पांचवीं बोर्ड परीक्षा 15 अप्रेल से निर्धारित थी, लेकिन लोकसभा चुनाव की वजह से इसे 30 अप्रेल तक आगे बढाया गया है। अब स्थिति ये आ गई थी कि बच्चों के सत्रांक भरने की 4 अप्रेल को अंतिम तिथि है और परीक्षा 30 अप्रेल को है। ऐसे में विद्यालय उपस्थित गणना कर उपस्थिति के सत्रांक किस प्रकार दर्ज करें, क्योंकि विभाग का नियम है कि परीक्षा से दो दिवस पूर्व तक उपस्थिति की गणना की जाती है। अब शिक्षक एडवांस में उपस्थित की गणना कैसे कर सत्रांक की फीडिंग करें।
सत्रांक भेजने की तिथि में की बढ़ोतरी शिक्षकों की उक्त परेशानी को लेकर राजस्थान पत्रिका ने 4 अप्रेल के अलवर पत्रिका के अंक में नौनिहालों की उपस्थिति के फेर में उलझे शिक्षक, लगा रहे चक्कर शीर्षक से खबर का प्रकाशन किया। पत्रिका की खबर के बाद शिक्षा विभाग हरकत में आया और गुरुवार को निदेशालय बीकानेर की ओर से कक्षा पांचवीं बोर्ड के सत्रांक भेजने की तिथि में इजाफा कर दिया। अब सत्रांक भरने की तिथि को परीक्षा से एक दिन पूर्व 29 अप्रेल तक बढा दिया है। इससे अब शिक्षक आसानी से सत्रांक भर सकेंगे और उपस्थिति की गणना भी शिक्षा विभाग के नियमानुसार दो दिन पूर्व कर सकेंगे।
शिक्षकों की असमंजसता दूर हो गई निदेशालयों के आदेंशों के बाद शिक्षकों की असमंजसता दूर हो गई है। अब 29 अप्रेल तक कक्षा पांचवीं के सत्रांक भरे जा सकेंगे और परीक्षा से दो दिन पूर्व तक उपस्थिति की गणना हो सकेगी।
सुबेसिंह यादव प्राचार्य डाइट, अलवर।