पन्नीरसेल्वम ने शुक्रवार को समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि उन्होंने जयललिता को उपचार देने वाले कुछ चिकित्सकों से बात की थी। इन चिकित्सकों ने जो बातें बताईं उससे वे काफी परेशान हैं। यही वजह है कि उनकी मृत्यु की सीबीआई जांच कराने की मांग को लेकर 8 मार्च को उपवास रखा जाएगा।
उन्होंने केंद्र सरकार को आगाह किया कि अगर वह इस मामले की सीबीआई जांच के आदेश नहीं देती है तो यह उपवास एक बड़ा आंदोलन का रूप लेगा। अपोलो में 75 दिनों के इलाज के दौरान उनको एक बार भी जयललिता से मिलने नहीं दिया गया। जब भी उनकी पत्नी जयललिता की सेहत के बारे में पूछती तो पुख्ता जानकारी के अभाव में उनको बड़ा दर्द होता था।
जयललिता नहीं चाहती थी कि उपचार के वक्त उनकी फोटो जारी की जाए : अपोलो अस्पताल एआईएडीएमके बागी नेता ने कहा कि जयललिता की वजह से ही आज पार्टी के डेढ़ करोड़ सदस्य हैं। वे पोएस गार्डन के भीतरी हालात से वाकिफ थे इसलिए जयललिता के निधन के बाद शुरुआत में मुख्यमंत्री पद से इनकार किया था, लेकिन उनको जबरन इसे स्वीकार करना पड़ा।
शशिकला को जेल में मिली खतरनाक पड़ोसी, 7 महिलाओं का कत्ल कर चुकी है सायनाइड मल्लिका उन्होंने आरोप लगाया कि वी. के. शशिकला के परिवार के सदस्यों और कुछ मंत्रियों ने साजिश रचकर उनको मुख्यमंत्री पद से हटाया और शशिकला को महासचिव पद की कमान सौंप दी। फिर उनको मुख्यमंत्री बनाने की कोशिश की गई। जल्लीकट्टू मसले पर उनके दिल्ली जाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के वक्त गहरा दबाव था। उनके सामने कई तरह की दिक्कतें पैदा की गई। मोदी से भेंट के बाद लोकसभा उपाध्यक्ष व पार्टी नेता एम. तम्बीदुरै ने 50 सांसदों के साथ प्रधानमंत्री से मिलने की कोशिश कर उनको नीचा दिखाने का प्रयास किया।
आरटीआई का जवाब, शशिकला को जेल में नहीं मिल रही कोई विशेष सुविधा जयललिता को विदेश ले जाने की नहीं दी गई अनुमति गौरतलब है कि तमिलनाडु विधानसभा के पूर्व स्पीकर पी.एच.पांडियन ने गुरुवार को कहा था कि जयललिता को इलाज के लिए सिंगापुर ले जाने के लिए विशेष विमान तैयार खड़ा था लेकिन किसी ने उस उड़ान को रोक दिया।
यही बात ओ. पन्नीरसेल्वम ने भी दोहराई कि बेहतर इलाज के लिए जयललिता को अमरीका और यूके ले जाने की कई बार बात उठी। मैंने और कुछ वरिष्ठ मंत्रियों ने सुझाव दिया था कि ‘अम्माÓ को बेहतर उपचार के लिए विदेश ले जाना चाहिए। हमने अस्पताल के चिकित्सकों से परामर्श भी किया था कि क्या वे विदेश ले जाने की स्थिति में हैं? डॉक्टरों ने कहा था कि उनको विदेश ले जाना संभव है लेकिन इसकी अनुमति नहीं दी गई।