इंडो-नेपाल बार्डर की उत्तर प्रदेश में 618 किलोमीटर की सीमा पड़ती है। भारत निर्वाचन आयोग का निर्देश है कि किसी भी तरह से मुद्रा, अवैध शराब, वोगस वोटिंग, ड्रग्स और मेटल्स आदि चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित न करने पाए। इसी क्रम में सुरक्षा का फुल प्रूफ प्लान तैयार किया जा रहा है। यूपी के कुल 7 जिले नेपाल बार्डर से लगते हैं और नेपाल के 8 जिले व 26 थाने भारत के बार्डर पर पड़ते हैं।
लोकसभा चुनाव में मतदान के 72 घंटे पहले अंतरराष्ट्रीय बार्डर पर संयुक्त चेकिंग करने का निर्देश दिया गया है। इसे लेकर गोरखपुर जोन के ADG डॉ. केएस प्रताप ने बस्ती और देवीपाटन रेंज के DIG, कमिश्नर, DM, SSP समेत अन्य अधिकारियों के साथ मीटिंग कर आवश्यक निर्देश दिया है। ADG ने बार्डर पर चेकपोस्ट लगाकर विशेष चेकिंग का निर्देश दिया है। महराजगंज, सिद्धार्थनगर, बहराइच, बलरामपुर, श्रावस्ती, लखीमपुर खीरी और पीलीभीत जिले की लंबी सीमा नेपाल राष्ट्र से सटी हुई है। इसमें महराजगंज जिले के 7 थाने, सिद्धार्थनगर के 5 थाने, बहराइच के 5 थाने, बलरामपुर के 4 थाने और श्रावस्ती के 2 थाना क्षेत्र का एरिया नेपाल बार्डर से सटा है।
ADG डॉ. केएस प्रताप ने बताया कि सीमा क्षेत्र के सटे इन थानों के प्रभारियों को SSB के साथ मिलकर विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश दिया गया है। इन जिलों के बार्डर पर चिह्नित 154 स्थानों पर चेकपोस्ट बनाने को कहा गया है। लोकसभा चुनाव को लेकर इंडो-नेपाल बार्डर पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। इसमें महत्वपूर्ण चेकपोस्ट पर SSB के साथ संयुक्त चेकिंग करने को कहा गया है। कुछ चेकपोस्ट पर CCTV व ड्रोन से भी निगरानी की जाएगी।
इंडो-नेपाल बार्डर पर सुरक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण 50 चेकपोस्ट पर CCTV कैमरा और 14 चेकपोस्ट पर ड्रोन से निगरानी की जाएगी। इसमें महराजगंज में 28 चेकपोस्ट पर CCTV व 5 चेकपोस्ट पर ड्रोन, सिद्धार्थनगर में 7 चेकपोस्ट पर CCTV व 4 पर ड्रोन, बहराइच में 7 चेकपोस्ट पर CCTV व 5 चेकपोस्ट पर ड्रोन से निगरानी की जाएगी। इसके लिए 2 शिफ्ट में पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई जाएगी।