यहां पानी पीने के बाद खुद की कनपटी पर गोली चलाकर खुदकुशी कर ली। सूचना के बाद घटनास्थल पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने वारदात से जुड़े प्रत्येक बिंदुओं पर जांच शुरू कर दी है। वहीं वारदात का पता चलते ही मंदिर परिसर के बाद सैंकड़ों लोग एकत्रित हो गए। पुलिस ने एफएसएल जांच के बाद भाई-बहन के शव बरामद कर परिवार से घटना के संबंध में चर्चा की।
खंडवा रोड स्थित स्वामी नारायण मंदिर परिसर में आरोपी अभिषेक यादव निवासी द्वारकापुरी ने स्नेहा पिता मुकेश जाट निवासी जागृति नगर, जूनी इंदौर और उसके मौसेरे भाई दीपक पिता जगदीश जाट निवासी आगर, ब्यावरा की गोली मारकर हत्या कर दी। वारदात के बाद अभिषेक दौड़ लगाकर पास स्थित अरिहंत कॉलेज जा पहुंचा। वहां उसने खुद को गोली मार खुदकुशी कर ली। वारदात की सूचना मिलते ही एडिशनल पुलिस कमिश्नर अमित सिंह, डीसीपी ऋषिकेश मीणा, एडिशनल डीसीपी, एसीपी, थाना पुलिस मौके पर पहुंची। खून से सने भाई-बहन के शव को बरामद किया।
वहीं कॉलेज से घायल हमलावर को हॉस्पिटल पहुंचा। कुद देर बाद उसकी मौत हो गई। एडिशनल सीपी सिंह ने बताया कि, स्नेहा, उनका मौसेरा भाई दीपक और अभिषेक मंदिर परिसर में बैठकर आपस में बात कर रहे थे। करीब आधे घंटे इनकी चर्चा चली। उस दौरान आरोपी अभिषेक ने अपनी पेंट से पिस्टल निकाल दीपक और स्नेहा की कनपटी पर गोली चला दी।
घटना के संबंध में स्नेहा के पिता से बात हुई है। प्रथम दृष्टया एक तरफा प्रेमप्रसंग में आरोपी अभिषेक ने दोहरे हत्याकांड को अंजाम दिया है। वहीं मंदिर की पुजारी से बात हुई। उन्होंने बताया की तीनों मंदिर परिसर में थे। जब तीनों जाने लगे इस बीच विवाद हो गया।