आस्ट्रिया में प्रतिष्ठित वर्ल्ड कांग्रेस ऑफ सर्जरी में दो अंतरराष्ट्रीय अवार्ड के लिए चयन
चिकित्सकों की इजाद की गई इस तकनीक से स्तन कैंसर की जांच में अब केवल 100 रुपये का खर्च आता है। आयुष्मान कार्ड होने पर जांच में एक रुपये भी खर्च नहीं होगा। पहले किसी बड़े निजी अस्पताल में इस तरह की जांच पर 25-30 हजार रुपये का खर्च आता था। वहीं सरकारी अस्पताल में जांच पर 5 हजार रुपये का खर्च आता था।
मेडिकल कॉलेज के स्तन थायरॉइड व एंडोक्राइन कैंसर विशेषज्ञ डॉ.संजय यादव ने बताया कि विश्व कांग्रेस ऑफ सर्जरी में केवल 6 ट्रैवल फेलोशिप अवॉर्ड पूरे विश्व से आई रिसर्च में से चयनित होते हैं। इनमें से दो अवॉर्ड जबलपुर मेडिकल कॉलेज में हुई रिसर्च को मिलना बड़ी उपलिब्ध है। विशेषज्ञों के अनुसार ऐसा पहली बार हुआ है, जब एक ही संस्थान को एक साथ दो अवॉर्ड मिले हों। 2022 में ऑस्ट्रिया में हुई कांफ्रेंस में भी जबलपुर को मेडिकल कॉलेज को ट्रैवल फेलोशिप अवॉर्ड मिला था। इससे पहले इस श्रेणी में भारत से चयनित होने वाली रिसर्च एम्स, पीजीआई या टाटा जैसे संस्थानों की होती थीं। यह कांफ्रेंस दो वर्ष में एक बार होती है। इस बार यह मलेशिया में अगस्त में होगी।
मेडिकल कॉलेज के सर्जरी विभाग से रेजिडेंट डॉ. अनिमेष जोस और डॉ आशीष गुप्ता दोनों ही डॉ संजय यादव (स्तन कैंसर विशेषज्ञ) के नेतृत्व में अपना रिसर्च प्रस्तुत करेंगे। सर्जरी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. पवन अग्रवाल, अधीक्षक डॉ अरविंद शर्मा ने मेडिकल कॉलेज के दो रिसर्च विश्व कांग्रेस ऑफ सर्जरी में चयनित किए जाने को बड़ी उपलिब्ध बताया है।