उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व डेगाना-राई का बाग रेल मार्ग का कार्य पूरा किया जा चुका है और अब फुलेरा से राई का बाग (जोधपुर) तक संपूर्ण रेल मार्ग दोहरीकृत हो गया है। शशि ने बताया कि उत्तर पश्चिम रेलवे के प्रमुख रेल मार्ग में सम्मिलित फुलेरा से जोधपुर के मध्य दोहरीकरण कार्य दो चरणों में स्वीकृत किया गया था जिनमें डेगाना-राई का बाग, 146 किलोमीटर 808 करोड़ रुपए की लागत से तथा डेगाना-फुलेरा 108 किलोमीटर का कार्य 1007 करोड़ रुपए की लागत से पूरा किया गया है।
उन्होंने बताया कि फुलेरा-जोधपुर उत्तर पश्चिम रेलवे का महत्वपूर्ण मार्ग है तथा इस पर अधिक संख्या में रेल सेवाओं का संचालन होने के कारण इस मार्ग के दोहरीकरण की जरुरत थी, जिसे विभिन्न चरणों में पूरा किया गया। विभिन्न चरणों में दोहरीकरण करने का लाभ हुआ कि जिस रेलखण्ड का दोहरीकरण पूर्ण हो गया, उस पर रेल संचालन प्रारम्भ कर दिया गया। दोहरीकरण कार्य हो जाने से रेलसेवाओं में वृद्धि के साथ उनकी गति एवं समय पालनता भी बढ़ेगी और यात्रियों को तीव्र आवागमन का साधन उपलब्ध होगा।