प्रशिक्षण केंद्र पंहुचकर एसडीएम आस्था राजपूत ने कहा कि मास्टर ट्रेनरों द्वारा दिये जा रहे प्रशिक्षण को गंभीरता से सुने और समझे। खासतौर से मतदान अधिकारी 2 को उनके दायित्वों का ज्ञान जरूरी है। अधिकारी क्रमांक 2 का काम मतदाता के उंगली में स्याही लगाना, रजिस्टर का प्रभारी होता है। साथ ही साथ वह पर्ची भी प्रदान करता है। इसी तरह मतदान अधिकारी क्रमांक 3 दिये गये पर्ची को लेकर बैलेट प्रदान करता है। दल के सभी सदस्यों के बीच परस्पर आपसी सामंजस्य बनाकर एक टीम भावना के साथ सभी कार्य करें। मतदान दल के अंतिम प्रशिक्षण में सभी अपने अपने सेक्टर अधिकारी के साथ भी परिचय ले लेवे ताकि आगे काम मे सुविधा होगी।
एसडीएम ने कहा कि सभी को यह जानकारी होना चाहिए कि माक पोल एवं वास्तविक मतदान के समय क्या प्रोटोकाल होता है। प्रशिक्षण में सभी मास्टर ट्रेनरों ने मतदान अधिकारी 2 एवं 3 को उनके निर्वाचन के दायित्वों को समझाया और बताया कि कैसे पीठासीन अधिकारी और मतदान अधिकारी 1 के साथ-साथ मतदान अधिकारी 2 एवं 3 की भी महती भूमिका होती है।
मतदान दिवस को सभी पूरी संयम एवं अनुशासन के साथ निर्वाचन का कार्य करें। साथ ही साथ लोकतंत्र के इस महापर्व में अपनी अपनी सहभागिता सुनिश्चित करें। सभी मतदान कर्मिंकों को आयोग के निर्देशानुसार जिनका नाम इस लोकसभा के निर्वाचक नामावली में है उनको ईडीसी के माध्यम से मतदान की सुविधा दी जा रही है इसके लिए सभी निर्धारत प्रारूप 12 क में आवेदन कर देवें।
इसके आलावा यदि किसी का नाम दुसरे लोकसभा में है और दूसरे चरण में मतदान है तो ऐसे लोग डाकमतपत्र के प्रारूप 12 में आवेदन कर अपने अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकते है। प्रशिक्षण में तहसीलदार भानुप्रतापपुर सुरेंद्र उर्वशा, उमाकांत जायसवाल, बीईओ सदे सिंह कोमरे, एसपी कोसरे, निर्वाचन प्रभारी अशोक ठाकुर, जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स टिकेश्वर सिंह ठाकुर, मण्डल संयोजक श्वेता साहू, बैजनाथ कोरेटी, बीआरसी राधेलाल नुरेटी, ब्लाक मास्टर ट्रेनर्स नुमेश सोनी, हेमंत श्रीवास्तव, प्रदीप सेन, नितिन ध्रुव, मनोज चौहान, बाबूलाल कोमरे के साथ सभी संकुल समन्वयक उपस्थित थे।