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यूडी टैक्स वसूलने में बनाया रेकॉर्ड, वसूली में राजस्थान में तीसरे नंबर पर रहा यह शहर

Rajasthan UD Tax: शैक्षणिक नगरी इस बार प्रदेश में सबसे अधिक नगरीय विकास कर (यूडी टैक्स) देने वाले शहरों में तीसरे पायदान पर पहुंच गया है। यूडी टैक्स वसूली में अब कोटा से जयपुर व जोधपुर ही आगे हैं।

कोटाApr 01, 2024 / 02:54 pm

Kamlesh Sharma

Record made in collecting UD tax, Kota stood third in Rajasthan in collection

Rajasthan UD Tax: शैक्षणिक नगरी इस बार प्रदेश में सबसे अधिक नगरीय विकास कर (यूडी टैक्स) देने वाले शहरों में तीसरे पायदान पर पहुंच गया है। यूडी टैक्स वसूली में अब कोटा से जयपुर व जोधपुर ही आगे हैं।

Rajasthan UD Tax : कोटा। शैक्षणिक नगरी इस बार प्रदेश में सबसे अधिक नगरीय विकास कर (यूडी टैक्स) देने वाले शहरों में तीसरे पायदान पर पहुंच गया है। यूडी टैक्स वसूली में अब कोटा से जयपुर व जोधपुर ही आगे हैं। दोनों शहर जनसंख्या व आकार में कोटा से बड़े हैं। कोटा के दोनों नगर निगम की ओर से इस वित्तीय वर्ष में रेकॉर्ड 16.13 करोड़ रुपए यूडी टैक्स की वसूली की गई है। यह अब तक वसूले गए यूडी टैक्स की सबसे ज्यादा राशि है। कोटा दक्षिण नगर निगम क्षेत्र में जहां 9.83 करोड़ रुपए की यूडी टैक्स की वसूली की गई है। वहीं, कोटा उत्तर में 6.30 करोड़ रुपए के नगरीय कर के रुपए में राजस्व आय हुई है।

यूडी टैक्स वसूली के मामले में नगर निगम ने वित्तीय वर्ष की शुरुआत से सर्वे कर वसूली का काम शुरू किया। कोटा के दोनों नगर निगम क्षेत्रों में इसे अच्छी वसूली माना जा रहा है। यूडी टैक्स की गणना प्रदेश में वर्ष 2007 में नगरीय विकास कर लागू होने के बाद से की जा रही है। निगम प्रशासन की ओर से वसूली में सख्ती नहीं होने से अधिकांश प्रोपर्टी का पिछले 17 वर्षों का यूडी टैक्स बकाया चल रहा है। ऐसे में इस पर पेनल्टी भी बढ़ती जा रही है।

सीज नहीं की एक भी प्रॉपर्टी
राज्य सरकार की ओर से यूडी टैक्स वसूली को प्रभावी बनाने से इसमें तेजी से इजाफा हो रहा है। अब यूडी टैक्स न देने वालों के खिलाफ प्रोपर्टी सीज करने तक की कार्रवाई के प्रावधान जोड़े जा चुके हैं। ऐसे में यूडी टैक्स देने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। हालांकि कोटा में निगम की ओर से यूडी टैक्स को लेकर किसी भवन को सीज नहीं किया है।

कोटा में 55 सौ भवन टैक्स के दायरे में
कोटा उत्तर में 3,683 और कोटा दक्षिण में 2,809 भवन समेत कोटा में कुल 5,492 भवन यूडी टैक्स के दायरे में आते हैं। दोनों नगर निगम में इन भवनों से कुल 49.20 करोड़ रुपए टैक्स की वसूली की जानी है। निगम ने इसमें से 16.13 करोड़ रुपए का लक्ष्य हासिल किया है।

अधिकतर ने ऑनलाइन जमा करवाया
कोटा दक्षिण में 1622 लोगों ने 9.83 करोड़ रुपए में से 7.47 करोड़ रुपए ऑनलाइन जमा करवाए। इसी प्रकार कोटा उत्तर में 1034 लोगों ने कुल राजस्व 6.30 करोड़ रुपए में से 4.79 करोड़ रुपए ऑनलाइन जमा करवाए।

दोनों निगम ने लक्ष्य से ज्यादा वसूला
नगर निगम के राजस्व अधिकारी विनय अग्निहोत्री ने बताया कि कोटा में नगर निगम कोटा दक्षिण को वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए 8 करोड़ और उत्तर निगम को 6 करोड़ समेत कुल 14 करोड़ रुपए का लक्ष्य दिया गया था। कोटा में दोनों निगमों ने 16.13 करोड़ रुपए वसूली कर लक्ष्य से 2 करोड़ 13 लाख अधिक यूडी टैक्स वसूली की गई है।

16.13 करोड़ रुपए यूडी टैक्स वसूला दोनों निगमों ने
9.83 करोड़ रुपए कोटा दक्षिण निगम ने वसूला
6.30 करोड टैक्स कोटा उत्तर निगम ने वसूला
5492 भवन यूडी टैक्स के दायरे में
49.20 करोड़ रुपए यूडी टैक्स कोटा शहर पर
2656 भवन मालिकों ने ऑनलाइन जमा करवाया

कोटा उत्तर निगम में अच्छा यूडी टैक्स कलेक्शन हुआ है। उत्तर निगम में यूडी टैक्स वसूली के लिए निर्धारित लक्ष्य हासिल किया है। टैक्स वसूली से निगम की आय में इजाफा होगा।
अनुराग भार्गव, आयुक्त, कोटा उत्तर

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