scriptजेडी ने गोसेवकों को धमकाया, वीडियो बनाने पर कहा- एसपी को फोन लगाओ | JD threatened Gosevaks, made video and asked to call SP | Patrika News
मोरेना

जेडी ने गोसेवकों को धमकाया, वीडियो बनाने पर कहा- एसपी को फोन लगाओ

– पशुपालन मंत्री के निर्देश पर गोशालाओं में व्याप्त भृष्टाचार की जांच करने मुरैना आए थे ग्वालियर जेडी – गोसेवेकों से जेडी बोले, राजस्व अधिकारियों की टीप के बाद जारी होती है गोशालाओं को राशि – गोसेवकों ने कहा, दोषियों को बचाने का प्रयास कर रहे हैं संयुक्त संचालक

मोरेनाMar 27, 2024 / 09:47 pm

Ashok Sharma

जेडी ने गोसेवकों को धमकाया, वीडियो बनाने पर कहा- एसपी को फोन लगाओ
मुरैना. म प्र शासन के पशुपालन मंत्री लखन पटेल के निर्देश पर जिले की शासकीय गोशालाओं में हुए भृष्टाचार की जांच शुरू हो चुकी है। बुधवार को ग्वालियर से संयुक्त संचालक डॉ. अशोक सिंह तोमर टीम के साथ मुरैना आए और शिकायत के विंदुओं पर गोसेवकों से चर्चा की। इसी दौरान एक गोसेवक ने वीडियो बनाना शुरू किया तो संयुक्त संचालक भडक़ उठे और धमकी भरे लहजे में बोले- वीडियो बंद करो जब गोसेवक ने वीडियो बनाना बंद नहीं किया तो जे डी ने कहा, एसपी को फोन लगाओ। गोसेवकों का आरोप है कि जो शिकायत के विंदुु थे, उनकी छायाप्रति पहले ही उप संचालक मुरैना के पास आ गए, जिससे लग रहा है कि जांच को निपटाने का प्रयास किया जा रहा है।
पशुपालन मंत्री ने विभाग के प्रमुख सचिव को मुरैना जिले में संचालित 29 शासकीय गोशालाओं के नाम पर कागजों में जारी किए गए लाखों रुपए की जांच के निर्देश दिए थे। उसी जांच पर से ग्वालियर जे डी डॉ. अशोक सिंह तोमर के नेतृत्व में टीम का गठन किया है। बुधवार को जांच के लिए डॉ. तोमर के साथ डॉ. अखिलेश पटेरिया, डॉ. निरंजन राजपूत भी मुरैना आए और जांच शुरू की। यहां बता दें कि जिले की 29 शासकीय गोशालाओं में 1879 गोवंश दिखाकर पशु पालन विभाग द्वारा भूसा व सुदाना के नाम पर कागजों में करीब 34 लाख रुपए की राशि जारी कर दी गई। जबकि गोशालाओं में गोवंश नहीं हैं। पशुपालन विभाग ने जिले के मुरैना विकासखंड की सात, जौरा में दो, पहाडगढ़़ में छह, सबलगढ़ में छह, अंबाह में तीन, पोरसा में दो, कैलारस विकासखंड में तीन गोशालाओं के लिए करीब 34 लाख रुपए की राशि जारी की गई। लेकिन गोशालाओं में व्यवस्थाओं के नाम पर कुछ नहीं हैं। गोशालाओं जो गोवंश हैं, वह गंदगी के बीच रह रहा है। कुछ गोशालाएं तो ऐसी हैं जिनको पांच माह व नौ माह पूर्व ही लाखों रुपए पशु पालन विभाग से जारी किए गए हैं जबकि वहां दर्ज संख्या के मान से वर्तमान में दस प्रतिशत भी गोवंश नहीं हैं। जौरा की रुनीपुर व अलापुर की गोशालाओं को क्रमश: नौ माह पूर्व 96600 व पांच माह पूर्व 156600 रुपए की राशि जारी की गई है। जबकि इनमें गोवंश न के बरावर है।
मैं अपने हिसाब से चेक करूंगा गोशाला
गोसेवको नें संयुक्त संचालक डॉ. तोमर से कहा कि आप जांच करने आए हो तो हमारे साथ चलकर किसी एक गोशाला को चेक कर लो, पूरा मामला स्पष्ट हो जाएगा लेकिन डॉ. तोमर ने कहा कि मैं अपने हिसाब से गोशालाओं का निरीक्षण करूंगा, उसके बाद शासन को रिपोर्ट भेजूंगा।
ये कैसी जांच: जिसकी शिकायत, उसको साथ बैठाया टीम ने
पशुपालन विभाग के अधिकारियों द्वारा की जांच पर सवाल खड़े हो रहे हैं। जिस अधिकारी के रहते गोशालाओं में भृष्टाचार हुआ, उसको साथ बैठाया गया। जबकि जिसकी शिकायत होती है, उसको जांच से दूर रखा जाता है। जांच टीम में आए डॉ. तोमर, पटेरिया और राजपूत के साथ मुरैना के उपसंचालक पशु पालन भी मौजूद रहे।
कथन
– पशुपालन विभाग के दो काम होते हैं, एक तो गोवंश का उपचार और दूसरा अनुदान जारी करना। वहीं भी राजस्व अधिकारियों की टीप के दौरान जिला पंचायत सीइओ को राशि भेजी जाती है, वहां से गोशालाओं को पैसा भेजा जाता है। गोशालाओं की शिकायत मिली है, उनकी जांच कर रहे हैं। जांच करके रिपोर्ट शासन को भेज दी जाएगी।
डॉ. अशोक सिंह तोमर, संयुक्त संचालक, पशुपालन विभाग, ग्वालियर
पत्रिका ने उठाया था मुद्दा
जिले की शासकीय गोशालाओं में हुए भृष्टाचार के मुद्दे को पत्रिका ने उठाया था। उधर इस पूरे मामले पर पशुपालन मंत्री ने संज्ञान लेते हुए जांच कराई जा रही है। जांच को लेकर गोशाला संचालक व पशु पालन अधिकारियों में हडक़ंप मचा हुआ है।
https://www.dailymotion.com/embed/video/x8vvxcy

Home / Morena / जेडी ने गोसेवकों को धमकाया, वीडियो बनाने पर कहा- एसपी को फोन लगाओ

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो