थानाप्रभारी सुरेन्द्र सिंह शक्तावत ने बताया कि उच्चाधिकारियों के निर्देशानुसार गठित टीम को गश्त के दौरान घोसुण्डी की तरफ नदी में अवैध बजरी भरते तीन ट्रैक्टर नजर आए, जो पुलिस को देख ट्रैक्टरों को खाली कर भगाकर ले गए। राजपुरा गांव से आगे आगरिया मोड़ के पास पर एक सफेद रंग की सदिग्धवस्था में खड़ी मिली। चालक सीट पर बैठे व्यक्ति से पूछताछ करने पर वह आवेश में आ गया और उसने नाम नारायणलाल (36) पुत्र भोलीराम माली निवासी भील मगरा, घोसुण्डी, थाना आमेट बताया। वह खुद को भील मगरा का बजरी किंग बताते हुए अनर्गल बातें करने लगा। वह बीच की फाटक खोलने लगा व ड्राइवर सीट के पीछे से कुछ हथियार निकालने की कोशिश कर रहा था। उसे पुलिस ने काबू में कर गाड़ी की तलाशी ली तो सीट के पीछे एक रामपुरी चाकू मिला। उसका कोई वैध लाइसेंस नहीं होने पर गिरफ्तार किया। तलाशी लेने पर 27,500 रुपए, एक मोबाइल फोन, लकड़ी की एक स्टीक मिली। इसी दौरान एक अन्य कार लेकर आए चालक ने पुलिस को धमकियां दी। पूछताछ में उसने अपना नाम प्रकाश (30) पुत्र गेहरीलाल साल निवासी भील मगरा बताया। समझाइश करने के बावजूद नहीं मानने पर उसे शान्तिभंग के आरोप में गिरफ्तार किया गया।