अप्रेल में आएंगे माल्ट व्यापारी
थोक व्यापारी सुभाष बूबना ने बताया कि माल्ट कंपनियो को सालभर चलाने के लिए जौ की जरूरत पड़ती है। जौ के स्टॉक के लिए माल्ट कंपनियों की ओर से सीकर मंडी में प्रतिनिधियों को भेजा जाता है। जिससे जौ भावों में कुछ हद तक उछाल आता है। लेकिन इस बार समय से पहले पकने के कारण अधिकांश जल्द से जल्द जौ को बाजार में बेचना चाहते हैं। जिससे फसलों को मौसम के मार से बचाया जा सके।
खेतों से बिक रहा अनाज
सीकर मंडी मे भले ही नई फसलें आने लगी है लेकिन जिम्मेदारो की अनदेखी के कारण किसानों की उपज की खेतों से सीधी खरीद हो रही है। इससे कृषि उपज मंडी के व्यापारियों की आय प्रभावित हो रही है। ग्राम पंचायतों की तर्ज पर बिचौलिए के रूप में काम करने वालों ने गांवों में अस्थाई अनाज मंडी खोल रखी है। परिवहन व्यय से बचाने के नाम पर किसानों से उपज औने-पौने दामों में खरीद ली जाती है।