मीट शॉप पर चाय की दुकान लगाने वाले तीन व्यापारियों का कहना है कि उनके पास मीट शॉप का लाइसेंस था, बावजूद इसके उन्हें अपनी दुकानों पर ताला लगाना पड़ा। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, नीजाकत नाम के एक व्यापारी का कहना है कि लाइसेंस के बाद भी उससे जबरन मांस की दुकान बंद कराई गई थी।
गौरतलब है कि योगी आदित्यनाथ के 19 मार्च को सूबे के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के अगले ही दिन से अवैध बूचड़खानों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी थी। जिसके बाद कई मीट व्यापारियों ने चिकन और मटन की दुकानें बंद कर दाल – चावल बेचने लगे हैं।