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टोंक में गहराने लगा पेयजल संकट, जिले में होने लगे हैं विरोध-प्रदर्शन

गर्मी का असर तेज होने के साथ ही जिले में पेयजल संकट गहराने लगा है। ऐसे में लोग अब विरोध-प्रदर्शन भी करने लगे हैं। शहर से लेकर गांवों में पानी की कमी से लोगों में नाराजगी है।

टोंकMay 09, 2024 / 08:28 pm

pawan sharma

drinking water crisis in tonk

पेयजल आपूर्ति की मांग को लेकर कलक्टर को ज्ञापन देने आए लोग।

  • गर्मी का असर तेज होने के साथ ही जिले में पेयजल संकट गहराने लगा है। ऐसे में लोग अब विरोध-प्रदर्शन भी करने लगे हैं। शहर से लेकर गांवों में पानी की कमी से लोगों में नाराजगी है।
पानी की मांग को लेकर वार्ड नम्बर 37 की महिलाएंं पार्षद बादल साहू को साथ कलक्ट्रेट पहुंची और पर्याप्त पानी की मांग की। जिला कलक्टर को दी शिकायत में बताया कि वार्ड नम्बर 37 के काफला दरवाजा, कचहरी गेट, पांच बत्ती से सईदिया मस्जिद, घोषियों की गली, गली फुरकानिया मदरसा, गली खंगारान व महावर मोहल्ला आदि क्षेत्रों में पिछले काफी समय से पेयजल आपूर्ति बाधित चल रही है। अब गर्मी के मौसम में ये प्रतिदिन समस्या ओर बढ़ रही है। परेशानी के लिए कई बार जलदाय विभाग और आरयूआइडीपी के अधिकारियों को मौखिक, लिखित में अवगत करवाने के बाद भी सुनवाई नहीं हो रही है।
एक दूसरे विभाग पर डाल रहे जिम्मेदारी

शिकायत में आरोप लगाया कि वार्ड की गली फुरकानिया मदरसा एवं गली खंगारान में सीवर प्रोजेक्ट के तहत आरयूआइडीपी की ओर से डाली गई पेयजल पाइप लाइन को अभी तक चालू नहीं किया है। जिस पर आरयूआइडीपी के अधिकारियों का कहना है कि लाइन चालू है। जब पानी की समस्या की शिकायत की जा रही है तो दोनों ही विभागों के अधिकारी एक दूसरे की जिम्मेदारी बता अपना पल्ला झाड़ रहे है। शिकायत में जिला कलक्टर से राहत की मांग की है। इस दौरान सीमा, राधा, पुष्पा, ममता, सोनू सोना, चन्द्रभान, रामबाबू, बंसी, गणेश, कैलाश, राम, मीरा, धनराज आदि मौजूद थे।
कई हिस्सों में दूषित जलापूर्ति

शहर में वाटर प्लांट के बाद भी आमजन को नलों से शुद्ध पेयजल सप्लाई नहीं मिल पा रही है। नलों से शहर के कई हिस्सों में दूषित जलापूर्ति हो रही है। इससे उल्टी, दस्त एवं पेट दर्द की बीमारियां हो रही है। इतना ही नहीं कई आवासीय कॉलोनियों में नलों की जलापूर्ति में कटौती से पेयजल को लेकर हाहाकार मचा है। शहर का आमजन पेयजल संकट से गुजर रहा है।
शिकायत से अवगत कराया

लेकिन जिम्मेदार विभाग भीषण गर्मी में पेयजल व्यवस्था को लेकर गंभीर नहीं है। शहर की बंगाली कॉलोनी सहित विभिन्न मोहल्लों में नलों की सप्लाई में दूषित पानी आ रहा है। पार्षद लोकेश लक्षकार ने पीडि़त क्षेत्र बंगाली कॉलोनी निवासी शिवराज साहू के साथ जलदाय विभाग के कनिष्ठ अभियन्ता विरेन्द्र ङ्क्षसह से मिल कर नलो में आ रहे दूषित पानी की शिकायत से अवगत कराया।
जनांदोलन किया जाएगा

उन्होंने कनिष्ठ अभियंता को नलों में आ रहे पानी से भरी बोतल ले जाकर दिखाई। बताया कि गंदे, मटमैले जलापूर्ति से आमजन बीमारियों में जकड़ रहा है। दूषित जलापूर्ति से उल्टी, दस्त तथा पेट दर्द के मरीज हो रहे हैं। शहर के लोगों ने बताया कि विभाग ने जल्द अगर शुद्ध जलापूर्ति नहीं की तो जनांदोलन किया जाएगा।
समस्या का समाधान होगा

जलदाय विभाग के कनिष्ठ अभियन्ता विरेन्द्र ङ्क्षसह का कहना है कि कारणों का पता लगाकर समस्या का समाधान किया जाएगा। उन्होंने बताया कि बंगाली कॉलोनी में इस पर कार्य शुरू कर दिया है व अन्य जगह का भी निरीक्षण कर समाधान किया जाएगा। उल्लेखनीय बात है की कीर मोहल्ला क्षेत्र में दूषित जलापूर्ति की शिकायत एवं लोकसभा चुनाव में मतदान बहिष्कार के बाद विभाग के अधिशासी अभियंता एवं सहायक अभियंता ने मौका देखकर पेयजल के लिए टैंकरों से जलापूर्ति करवाई जा रही है। इससे लगता है की व्यवस्था में खामी तो है। इसी तरह शहर की विवेकानंद कॉलोनी में भी कम सप्लाई से पेयजल संकट बना हुआ है। वहां कुछ मिनट ही नलों में जलापूर्ति हो रही है।
दो दिन से नहीं आ रहा पानी

पीपलू तहसील के नवरंगपुर गांव में 2 दिन से बीसलपुर परियोजना के अंतर्गत नलों में पानी नहीं आ रहा है। ऐसे में ग्रामीणों को पीने का पानी 2 किलोमीटर दूर से लाना पड़ रहा है। इससे ग्रामीणों को परेशानी का सामना उठाना पड़ रहा है। ग्रामीण अजय समेत अन्य ने बताया कि गांव में लगे हैंडपम्प में पानी खारा है। इससे ग्रामीणों को कुओं से पानी लाना पड़ रहा है।

खारा है हैंडपम्प का पानी
कॉलोनी निवासी कमलेश शर्मा ने बताया कि मामले की शिकायत कई बार देने के बाद भी समाधान नहीं हो रहा है। शहर के हैंडपंप व ट््यूबवैल का पानी खारा होने से पीने योग्य नहीं है। विभाग के कर्मचारियों का कहना है कि देवपुरा जेकवेल में पानी सूखने एवं मोटर खराब होने से कुछ क्षेत्रों में जलापूर्ति कम हो पा रही है। इसके लिए विभाग लगातार जल सप्लाई बढ़ाने के लिए प्रयासरत है।

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