शिक्षक क्वार्टर की भी हैं जरूरत
यहां पर दो बालक आश्रम एक साथ संचालित है, ऐसे में यहां की जिम्मेदारी संभालने वाले आश्रम अधीक्षक सहित अन्य शिक्षकों को यही रुकना पड़ता है, लेकिन यहां पर शिक्षक क्वार्टर नहीं होने की वजह से आश्रम अधीक्षक सहित अन्य शिक्षकों को यहां रुकने में मुश्किल होता है, आश्रम की व्यवस्था के अनुसार शिक्षक क्वार्टर की आवश्यकता है।
जर्जर हो चुके हैं शौचालय
ग्राम पंचायत बड़ेसटटी में संचालित प्राथमिक शाला बालाक आश्रम 60 छात्र और माध्यमिक शाला बालक आश्रम 32 अध्ययनरत है। वही दोनों बालाक आश्रम के लिए अलग-अलग यूनिट शौचालय का निर्माण किया गया है, लेकिन दोनों संस्था के शौचालय आधे से अधिक शौचालय जर्जर होने के कारण बंद हो चुका है जिसकी वजह से छात्रों को समस्याओं का सामना करना पड़ता है। वही यहां के लिए नए भवन का निर्माण शुरू हुआ है, लेकिन निर्माण पूर्ण होने में समय लगेगा।
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शिकायत के बाद भी सोलर पानी टंकी का नहीं हुआ सुधार
लाईट गुल होने के स्थिति में सोलर सिस्टम के माध्यम से पेयजल की आपूर्ति सुचारू हो सके, इसको लेकर आश्रम परिसर में क्रेडा विभाग के माध्यम से सोलर पानी टंकी की स्थापना की गई थी, लेकिन यहां सोलर पानी टंकी एक साल से खराब पड़ा हुआ है, वहीं आश्रम अधीक्षक के द्वारा सोलर सिस्टम की मरम्मत को लेकर कई बार विभागीय अधिकारियों से शिकायत की है, लेकिन उसके बाद भी सोलर पानी टंकी का मरम्मत नहीं हुआ है। अगर लाईट गुल होने से समस्याओं का सामना करना पड़ता है। वहीं विद्युत आने के बाद ही पानी की व्यवस्था हो पाती है, क्योंकि ग्रामीण क्षेत्रों में अक्सर बिजली गुल होने की समस्या बनी रहती है, इसको ध्यान में रखते हुए सोलर पानी टंकी का मरम्मत कार्य जल्द ही किया जाना चाहिए।
इस मामले में आश्रम अधीक्षक मड़कम भीमा ने कहा, दोनों आश्रम छात्रावास के शौचालय जर्जर है, आधे से अधिक शौचालय बंद पड़े हैं। उन्होंने बताया कि परिसर में सोलर पानी टंकी साल भर से बंद पड़ा है, मरम्मत के लिए शिकायत की गई है, लेकिन अब तक सुधार नहीं हुआ है।