मलकानगिरी के एसपी ऋषिकेश खिलारी ने बताया कि शनिवार की रात को दर्जनभर से ज्यादा नक्सली जंतुरई गांव गए और ग्रामीणों को धमकाया ताकि जबरदस्ती सड़क निर्माण रोक सके। उन्होंने इसलिए भी धमकाया ताकि वे सभी गणतंत्र दिवस न मनाएं। एसपी ने बताया कि जैसे ही नक्सलियों और गांव वालों के बीच झगड़ शुरू हुई नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी। इसके जवाब में ग्रामीणों ने उन पर पत्थर फेंके और तीर चलाया। इस घटना में एक नक्सली की मौत हो गई और एक गंभीर रूप से घायल हो गया। जिसे ग्रामीणों ने हंतलागुड़ा स्थिति बीएसएफ कैंप के जवानों को सौंप दिया।
मारे गए नक्सली का नाम एडम है, उस पर पुलिस ने एक लाख का इनाम घोषित किया था। वहीं गिरफ्तार एक नक्सली का नाम जिप्रू है। जिसपर 4 लाख का नाम था। जिप्रू गंभीर रूप से घायल हो गया है, जिसका इलाज जारी है।
घरों में लगाए आग, ग्रामीण पुलिस शिविर में लिए शरण
इस घटना के कुछ घंटों बाद संदिग्ध लोगों ने जोदम्बा गांव में धावा बोल दिया। यहां के 10 घरों में आग लगा दी। इससे घर में रखे अनाज और मोटरसाइकिल जलकर खाक हो गई। हमले से ग्रामीण काफी डर गए है। सभी भागकर कुंतुरपदर पुलिस शिविर में शरण लिये। घटना के बाद पुलिस ने इलाके में सर्चिंग बढ़ा दी है।
एसपी ने यह बताया कि नक्सलियों ने उम्मीद नहीं की थी कि ग्रामीण इस तरह का विरोध करेंगे, लेकिन जब सामूहिक तौर पर गांव वालों का गुस्सा देखा तो वे वहां से भागने की कोशिश की। सुरक्षाबलों ने गांव जाकर स्थिति का जायजा लिया।
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