बता दें कि लगातार कोरोना से नक्सली नेताओं की मौत के चलते कई नक्सलियों के संगठन छोड़ने की खबर सामने आ रही है। इधर, झीरमघाटी कांड व विधायक भीमा मंडावी हत्याकांड में जिस मोस्ट वांटेड नक्सली डीवीसीएम विनोद हेमला उर्फ सप्पो हुंगा की तलाश एनआईए व पुलिस को थी, उसकी मौत कोरोना संक्रमण के चलते होने की खबर है।
ढाई दशक से ज्यादा समय तक पुलिस की नाक में दम करने वाला विनोद हेमला सुकमा जिले के चिंतलनार थाना क्षेत्र के पूवर्ती गांव का रहने वाला था। विनोद की संगठन में इतनी धाक थी कि उसे एमएमसी यानी महाराष्ट्र-मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती इलाकों में संगठन की कमान सौंपी गई थी।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक तीन माह पहले ही वह महाराष्ट्र के गोंदिया इलाके से छत्तीसगढ़ के बस्तर लौटा था। दंतेवाड़ा एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने विनोद की मौत की पुष्टि करते बताया कि कोरोना के गंभीर संक्रमण के चलते सोमवार की दोपहर उसने अंतिम सांस ली। उस पर दंतेवाड़ा जिले में ही 40 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज थे। पुलिस ने विनोद पर 10 लाख रुपए और एनआईए ने 5 लाख रुपए का इनाम घोषित कर रखा था।