scriptपुलिस तेदमुंता अभियान से स्कूली बच्चों को कर रही जागरूक, जानिए अभियान की खासियत | The awareness of the school children from the Tejmanta campaign | Patrika News
सुकमा

पुलिस तेदमुंता अभियान से स्कूली बच्चों को कर रही जागरूक, जानिए अभियान की खासियत

तेदमुंता बस्तर अभियान के तहत छात्र जागृति पहल, माओवाद के खिलाफ पुलिस ने 2000 स्कूल के बच्चों को किया जागरूक

सुकमाSep 10, 2018 / 10:39 am

Badal Dewangan

पुलिस तेदमुंता अभियान

पुलिस तेदमुंता अभियान से स्कूली बच्चों को कर रही जागरूक, जानिए अभियान की खासियत

सुकमा. जिले के दोरनापाल इलाके में पुलिस विभाग के द्वारा लगातार स्कूली बच्चों के बीच पहुंचकर माओवाद के खिलाफ जागरूकता कार्यक्रम चला रही है। बच्चों को नक्सलवाद के कारण क्षेत्र में स्थिति के से भी अवगत कराया जा रहा है। आज आप लोगों के ग्रामीण क्षेत्र में सड़क, बिजली, स्वास्थ सहित दूसरी सुविधाएं नहीं पहुंचने का सबसे बडा कारण नक्सलवाद है। इसके कारण इस क्षेत्र का विकास नहीं हो पा रहा है।

समाज का अहित करने वाले लोगों के गतिविधियों से दूर रहे
सलिए समाज का अहित करने वाले लोगों के गतिविधियों से दूर रहे। पुलिस अधिकारियों ने बच्चों से किसी के दबाव में नहीं आने की बात कही। क्षेत्र में लगातार एसडीओपी विवेक शुक्ला के नेतृत्व में तेदमुंता बस्तर अभियान के साथ-साथ छात्र जागृति पहल कार्याक्रम चला जा रहा है।

दोरनापाल स्थित आश्रम पहुंचे
इस तरह के कार्यक्रम से स्कूली बच्चों, ग्रामीणों को पुलिस के प्रति लगातार विश्वास बढ़ रहा है। वहीं बस्तर आईजी विवेकानंद सिंन्हा, डीआईजी रतन लाल डांगी, एसपी अभिषेक मीना, एएसपी शलभ सिन्हा के मार्गदर्शन में चलाए जा रहे है। नक्सल विरोधी तेदमुंता बस्तर अभियान के तहत शालेय छात्रों में जागृति के लिए दोरनापाल स्थित आश्रम पहुंचे जहां अति नक्सल प्रभावित ग्राम के 17 आश्रम संचालित है। इसमें लगभग दो हजार बच्चें शिक्षा ग्रहण करते है। पिछले वर्ष भी हमने बच्चों को शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करने शैक्षणिक सत्र की शुरुआत में विभिन्न शालाओं में जाकर नक्सलवाद के खिलाफ जागरूकता लाने का प्रयास किया था जिसे सतत रूप से जारी रखा गया है।

जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए कार्यक्रम की शुरुवात
तेदमुंता बस्तर अभियान के तहत छात्र जागृति पहल की खास बात यह थी कि बच्चों को शिक्षा के लिे अभिप्रेरित करने के लिए उनके मध्य जिले के एसपी अभिषेक मीना व एसपी शलभ सिन्हा उपस्थित थे। माओवादी हिंसा में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए कार्यक्रम की शुरुवात की गई। सभी बच्चों को शिक्षा के प्रति अभिप्रेरित करने के लिए पिछले शैक्षणिक सत्र में कक्षा 1 से 11 तक प्रवणीय सूची में आए बच्चों को एसपी अभिषेक मानी के द्वारा पुरुस्कार के रूप में स्कूल बैग, कम्पास एवं अन्य आवश्यक सामग्री प्रदान की गयी।

कभी भी गलत राह में नहीं जाएंगे
साथ ही बच्चों को बेहतर भविष्य निर्माण के लिए मार्गदर्शन भी प्रदान किया गया। जिला पुलिस सुकमा के आयोजित इस कार्यक्रम में छात्रों के द्वारा देशभक्ति गीतए गोंडी गीत व पर्यावरण पर भाषण सहित अन्य प्रस्तुति दी। इन छात्रों को पुरूस्कार भी दिया गया। कार्यक्रम से प्रभावित होकर छात्रों द्वारा प्रण किया गया कि वे पूरी शिक्षा ग्रहण करेंगे एवं परीक्षा में अच्छे अंक लाऐंगे और कभी भी गलत राह में नहीं जाएंगे। इस दौरान दोरनापाल थाना स्टॉफ एवं आश्रम शालों के शिक्षक-शिक्षिकाएं मौजूद रही।

अपने अंदर की प्रतिभा को पहचाने
एसपी अभिषेक मीना ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि हर छात्र विशेष है और उसमें असीम प्रतिभा है। बस उसे पहचानने की जरूरत है। अभी हाल ही में एमबीबीएस के लिए चयनित बड़ेकेडवाल के पोडिय़म हरीश एवं दोरनापाल की माया कश्यप का उदाहरण देते हुए बताया कि कैसे ये बच्चे आप के ही बीच से निकले है और आज डॉक्टर बनने की ओर अग्रसर है। छात्रों को प्रेरित करते हुए ने अपना उदहारण देते हुए बताया कि कैसे वे संघर्ष करते हुए आगे बढ़े और आज आईपीएस अधिकारी बने। एएसपी शलभ सिन्हा ने कहा कि माओवाद को खत्म करने के लिए शिक्षा कितनी जरूरी है, और कहा कि किसी भी प्रकार की समस्या होने पर पुलिस हमेशा आपके सहयोग के लिए तैयार है।

Home / Sukma / पुलिस तेदमुंता अभियान से स्कूली बच्चों को कर रही जागरूक, जानिए अभियान की खासियत

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो