ये भी पढ़ें- बाढ़ से गंगा ने मचाई तबाही, टूटा आठ साल का रिकॉर्ड, पानी बढ़ने से डूबा बाईपास चैनल पिछले दो दिनों से बारिश होने तथा जल निकासी की समुचित व्यवस्था न होने से काफी जलभराव हो गया है। इसके कारण क्षेत्र के शुक्लहिया, समरथपुर, सतहरी बगाही, बडा़डांड़, हैन्धना खुर्द ,नन्दरई, पूरे धौकल पाठक का पुरवा, बरेहटा, सुखबडेरी, बहुरावां आदि गांवों की सड़कें नदी बन गई है। क्षेत्र के विष्णु दत्त पाण्डेय ने बताया कि क्षेत्र के दर्जनों गांवों में लोगों के घरों में पानी घुसने की नौबत आ गयी है। उन्होंने बताया कि सैकड़ों किसानों की कमाई धान की करीब हजारों बीघा फसल जलमग्न हो गयी है। जिसके चलते फसल बर्बाद होने का डर सता रहा है।
किसानों की खुशियां ने छीन ली बारिश- क्षेत्र के कई किसानों ने पत्रिका को बताया कि हम सभी किसान परेशान हैं, दिन-रात डर सता रहा है कि बारिश और प्रशासन की लापरवाही उनकी धान की फसल को कहीं नष्ट न कर दे। उसकी भरपाई कैसे होगी ? कई किसानों की जीविका खेती पर ही आधारित है। उनके बच्चे पूरा परिवार भूखों मर जाएंगे। लोगों का आरोप है कि ऐसा सिक्स लेन के कारण हो रहा है। सभी नाले जगह-जगह पर बंद पड़े हैं। क्षेत्र के पीड़ित किसानों ने जिलाधिकारी तथा संबंधित अधिकारियों से अपील करते हुए कहा कि ऐसी विषम परिस्थितियों के निदान के लिए त्वरित कार्यवाही कराई जाए, जिससे जल निकासी की समुचित व्यवस्था की जा सके। मिली जानकारी के मुताबिक हलियापुर-कूरेभार सड़क मार्ग जलभराव से प्रभावित हो रही है। जिले के मौसम विज्ञानी डॉ जेपी तिवारी ने बताया है कि आने वाले 48 घण्टों में बारिश होगी और आसमान में बादल छाए रहेंगे।