मामला कोतवाली नगर क्षेत्र के तिकोनिया पार्क से जुड़ा है। जहां पर 23 अक्टूबर 2008 को बसपा शासनकाल में सपा पार्टी ने डेरा डालो-घेरा डालो आंदोलन छेड़ा था। आंदोलन के दौरान सपा एमएलसी शैलेन्द्र प्रताप सिंह, सपा जिलाध्यक्ष रघुवीर यादव, पूर्व विधायक अरूण वर्मा समेत 98 पार्टी समर्थको के खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालने व गाली-गलौज देने समेत अन्य आरोप लगाते हुए उपनिरीक्षक कमलेशचन्द्र त्रिपाठी ने मुकदमा दर्ज कराया।
जमानत के बाद से गैरहाजिर चल रहे थे एमएलसी
इसी मामले में जमानत कराने के बाद गैर हाजिर चल रहे एमएलसी शैलेन्द्र प्रताप सिंह, जिलाध्यक्ष रघुवीर यादव व सपा समर्थक श्रवण यादव के खिलाफ स्पेशल जज एमपी-एमएलए की अदालत से गैर जमानतीय वारंट चल रहा था। जिसे निरस्त करने की मांग को लेकर तीनों आरोपियों ने स्पेशल कोर्ट में आत्मसमर्पण कर अर्जी प्रस्तुत की। स्पेशल जज प्रशांत मिश्र ने एमएलसी समेत तीनों आरोपियों की अर्जी स्वीकार करते हुए उन्हें व्यक्तिगत बंध पत्र एवं अंडरटेकिंग दाखिल करने पर सशर्त रिहा करने का आदेश दिया। इस दौरान एमएलसी समेत तीनों सपाई घंटो कोर्ट कस्टडी में रहें।