कूरेभार इलाके के रहने वाले राम आशीष यादव की बेटी रोली यादव को कूरेभार सीएससी से सोमवार की दोपहर महिला अस्पताल रेफर कर दिया। परिजनों के बताया कि सीएससी में ही बच्चे का हाथ गर्भ से बाहर आ गया था। ऐसी स्थित में दोपहर दो बजे रोली को जिला अस्पताल में भर्ती करवाया। ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सक रिचा शर्मा ने उसे एडमिट किया। लेकिन करीब छह घंटे बीत जाने के बाद इलाज शुरू नहीं किया गया। आरोप है कि इस दौरान कई दलाल महिलाओं ने उसे कहीं अन्य अस्पताल चलने का प्रलोभन भी दिया।
समाजसेवियों के पहुंचने पर शुरू हुआ इलाज
परिवारवालों ने लापरवाही देखकर इसकी सूचना समाजसेवी जय सिंह रघुवंशी और भाजपा की जिला मंत्री पूजा कसौधन को दी। पूजा कसौधन ने सीएमओ से फोन पर बात कर जिला महिला चिकित्सालय की अव्यवस्था और महिला दलालों की हकीकत से उन्हें अवगत कराया। रात करीब 12 बजे आनन-फानन में सर्जन बुलाकर रोली का आपरेशन तो कराया गया, लेकिन बच्चा पेट में ही मर चुका था।
पहले ही मर चुका था बच्चा
सीएमएस उर्मिला चौधरी ने बताया कि प्रसूता के गर्भ में पल रहा बच्चा पहले ही मर चुका था। ऐसे में आपरेशन कर प्रसूता को बचा लिया गया है। यदि कहीं लापरवाही की शिकायत है तो इसकी जांच कराई जाएगी।