सेमी बुलेट ट्रेन के संबंध में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अभी हाल में ही दिए अपने एक बयान में कहा पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के समान्तर सेमी बुलेट ट्रेन चलाने की भी तैयारी है। उत्तर प्रदेश में विकास की बयार बह रही है। सेमी बुलेट ट्रेन के लिए रेलवे ट्रैक बिछाने की खबरों ने किसानों के चेहरों पर रौनक ला दिया है। यहां आने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि वर्ष 2020 में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे बन जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा था कि प्रदेश में पूर्वांचल एक्सप्रेस 2020 तक बन जाएगा। इसकी चौड़ाई इसलिए ज्यादा रखी है, ताकि इसके बराबर सेमी बुलेट ट्रेन चलाई जा सके। मई तक इस कार्य के लिए सर्वे का काम शुरू हो जाएगा।
पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के बगल बनेगी रेलवे ट्रैक इस सड़क के बराबर में एक हाई स्पीड रेल ट्रैक बनवाने की योजना है। पूर्वांचल एक्सप्रेस वे लखनऊ से शुरू होकर बाराबंकी, अंबेडकरनगर, सुलतानपुर, आजमगढ़, मऊ होते हुए गाजीपुर तक जाएगा। बनारस, गोरखपुर और फैजाबाद को इससे लिंक रोड से जोड़ा जाएगा।
मई 2020 में पीएम नरेंद्र मोदी कर सकते हैं शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मई में इसके शिलान्यास की उम्मीद जताई जा रही है। करीब 380 किलोमीटर लंबे पूर्वांचल एक्सप्रेस वे की चौड़ाई 120 मीटर होगी। यह लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे की तुलना में 10 मीटर अधिक है। लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे की लंबाई 302 किलोमीटर है। अब मुख्यमंत्री की योजना 11,800 करोड़ रुपए की लागत से ढाई साल में बनने जा रहे पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के समानांतर रेलवे लाइन बिछाने की है। बताया जा रहा है कि यह ट्रैक तकनीकी रूप से इतना उन्नत तकनीक से मजबूत होगा कि इस पर सेमी बुलेट ट्रेन दौड़ाई जा सके।
सूत्रों के अनुसार सुल्तानपुर, अंबेडकरनगर तथा मऊ पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के समीप में ही सेमी बुलेट ट्रेन अथवा तेज रफ्तार ट्रेन के लिए जमीन की नाप जोख और खाका बनाने का कार्य शुरू हो गया है। यहां ग्रामीण इलाकों में इस बात को लेकर किसानों में जोरदार चर्चा है कि पूर्वांचल एक्सप्रेसवे ने उन किसानों को कम से कम करोड़पति बना दिया है। जिन किसानों की जमीन में से यह पूर्वांचल एक्सप्रेस वे गुजर रहा उसके लिए सरकार भारी मुआवजा दे रही है। ऐसा माना जा रहा है कि अब हाई स्पीड ट्रेन जिस रास्ते से गुजरेगी और उसके लिए जिन किसानों के खेतों का बैनामा रेलवे के पक्ष में होगा वह कम से कम करोड़पति से अरबपति बन जाएंगे।
बहरहाल यह अभी तक चर्चा है शासकीय स्तर से ऐसी किसी राशि की घोषणा अभी तक नहीं की गई है किंतु यह बिल्कुल सही है कि पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के पास से ही सेमी बुलेट ट्रेन की पटरिया बनाई जाने वाली हैं। जिसके लिए सर्वे का काम शुरू हो चुका है। लखनऊ, बाराबंकी, सुल्तानपुर, अंबेडकरनगर, मऊ आदि लों में रेेेलवे विभाग की तकनीकी टीम सर्वे का काम शुरू कर चुकी है ।
इसौली क्षेत्र के भरसडा निवासी ग्रामीण पिंटू दुबे बताते हैं कि पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के निकलने से वे किसान आर्थिक रूप से मजबूत हो गए जिनकी जमीन पूर्वांचल एक्सप्रेस वे में गई है। इसी तरह सेमी हाई स्पीड बुलेट ट्रेन चलने के लिए रेलवे ट्रैक बनने से किसान लाभान्वित होंगे। उन्हें रोजगार भी मिलेगा। उन्होंने कहा कि सेमी बुलेट ट्रेन चलने के लिए बनने वाले रेलवे ट्रैक जाने की खबर से किसानों में खुशी देखी जा रही है।