BJP protest: धान खरीदी व किसानों की समस्याओं (Problems) को लेकर धरना प्रदर्शन (Protest) व कलक्टोरेट घेराव कर भाजपाइयों ने प्रदेश सरकार (Congress Government) पर जमकर साधा निशाना
Former home Minister on tractor
सूरजपुर. धान खरीदी (Paddy purchase) में अव्यवस्था व बारदाना की कमी के कारण ठप पड़ी खरीदी के विरोध में भाजपा ने धरना प्रदर्शन कर कलक्टोरेट का घेराव किया। भाजपा जिलाध्यक्ष बाबूलाल अग्रवाल के नेतृत्व में कलक्टोरेट का घेराव करने पहुंचे भाजपा कार्यकर्ताओं, किसानों व स्थानीय पुलिस के बीच मामूली झूमाझटकी भी हुई।
338 पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी भी दी, जिन्हें बाद में मुचलके पर रिहा कर दिया गया। धरना प्रदर्शन कार्यक्रम में भाजपा नेताओं ने प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला। पूर्व गृहमंत्री रामसेवक पैकरा ट्रैक्टर पर सवार होकर प्रदर्शन मेंं शामिल हुए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का इतिहास ही झूठ बोलने का रहा है, गंगा जल लेकर कसम खाने वाली कांग्रेस सत्ता में आने के बाद अपने वादों से मुकर रही है। प्रदेश का किसान अपना धान बेचने के लिए परेशान है, कभी रकबा कम कर दिया जा रहा है तो कभी बारदाना के कमी के कारण धान खरीदी बंद है।
पूरे प्रदेश मे माफिया राज है। रेत से लेकर शराब माफिया सक्रिय हैं। भाजपा जिलाध्यक्ष बाबूलाल अग्रवाल ने कहा कि आज प्रदेश का अन्नदाता किसान आत्महत्या करने को मजबूर है। गिरदावरी के नाम जबरन किसानों का रकबा कम कर दिया गया, धान न खरीदना पड़े इसलिए राज्य सरकार द्वारा बारदाने की आपूर्ति बंद कर दी गई, जबकि खुले बाजार मे ऊंचे दाम पर बारदाना बिक रहा है।
प्रदेश कार्यसमिति सदस्य भीमसेन अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार अपनी जवाबदारी से बचना चाह रही है। धान खरीदी विलंब से शुरू की गई तथा तरह तरह के बहाने बनाकर धान खरीदी बंद करने साजिश रची गई आजतक किसानों को पिछले साल का भुगतान नही मिल सका है।
पूर्व विधायक रजनी रविशंकर त्रिपाठी ने कहा कि कांग्रेस कभी किसानों की हितैषी नही रही। किसान अपने साथ हुए धोखे का बदला आगामी चुनाव मे जरूर लेंगे। प्रदेश मंत्री परमेश्वरी राजवाड़े, पूर्व जिलाध्यक्ष अजय गोयल, रामकृपाल साहू, किसान मोर्चा प्रदेश महामंत्री सत्यनारायण सिंह, जिला महामंत्री राजेश अग्रवाल, मुरली मनोहर सोनी, नपा उपाध्यक्ष व भाजयुमो जिलाध्यक्ष रितेश गुप्ता, अनूप सिन्हा, थलेश्वर साहू, विरेंद्र जायसवाल ने भी सभा को संबोधित कर कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा।
इस दौरान लाल संतोष सिंह, रामू गोस्वामी, भूलन सिंह मरावी, महेश्वर पैकरा, पुष्पा सिंह, श्यामा पांडे, संदीप अग्रवाल, अशोक सिंह, शिव प्रसाद सिंह, गीता जायसवाल, रामकरण साहू, बलराम सोनी सहित सभी मंडल अध्यक्ष, महामंत्री व कार्यकर्ता उपस्थित थे।
किसानों के साथ ट्रैक्टर से पहुंचे पूर्व गृहमंत्री प्रदेश में कांग्रेस सरकार आने के बाद सरकार के खिलाफ विपक्षी दल भाजपा का पहला बड़ा आंदोलन हुआ। आंदोलन मे शामिल होने बड़ी संख्या में किसान व भाजपाई ट्रैक्टर से जिला मुख्यालय पहुंचे। बड़ी संख्या में किसान पूर्व गृहमंत्री रामसेवक पैकरा के गृहक्षेत्र से धरना प्रदर्शन कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे।
नाराज किसान हिसाब जरूर लेगा पूर्व गृहमंत्री रामसेवक पैकरा ने कहा कि किसानों की नाराजगी कांग्रेस को भारी पड़ेगी और आने वाले दिनों किसान इसका हिसाब कांग्रेस से जरूर लेगा। कांग्रेस के पास पिछले दो साल मे कोई उपलब्धि नही है। जिलाध्यक्ष अजय गोयल ने कहा कि कांग्रेस के नेता गंगा जल लेकर कसम खाने के बाद किसानों के साथ अपने किये वादे से मुकर रहे हैं न तो प्रदेश में शराबबंदी हुई और न बेरोजगारी भत्ता मिला।
कोरोना नियमों की उड़ी धज्जियां भाजपा इस आयोजन में कोरोना नियमों की जमकर धज्जियां उड़ी। भारी भीड़ में कोरोना का भय नजर नहीं आया। फिजिकल डिस्टेंस तो तार-तार हो गया। वहीं नेता से लेकर कार्यकर्ताओं तक किसी के चेहरे पर मास्क नजर नहीं आया।
इधर कांग्रेस बोली- भाजपा का आंदोलन फ्लाप शो कांग्रेस जिलाध्यक्ष भगवती राजवाड़े, उपाध्यक्ष रामकृष्ण ओझा ने एक बयान जारी कर कहा कि भारतीय जनता पार्टी द्वारा किया गया आंदोलन पूरी तरह फ्लाप शो रहा। केवल भाजपाई अपनी डफली बजाते रहे किसानों का कोई समर्थन नहीं था। किसानों के नाम पर किये गए आंदोलन को किसानों ने ही नकार दिया। किसानों ने आंदोलन से दूरी बना कर यह बता दिया कि भारतीय जनता पार्टी के उठाये गए मुद्दों से राज्य के किसान सहमत नहीं हैं।
राज्य में 21.48 लाख किसानों के 27.90 लाख हेक्टेयर रकबे का पंजीकरण किया गया है। लक्ष्य 89 लाख मीट्रिक टन था जिसके 90 प्रतिशत से अधिक लगभग 83 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हो चुकी है। राज्य के बीस लाख से अधिक किसानों ने अपना धान बेच कर भुगतान प्राप्त कर लिया है तब भाजपाइयों को किसानों की सुध आ रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की किसानों से किये गए वादे को निभाने की प्रतिबद्धता है कि धान खरीदी को अभी 9 दिन बाकी है जिसमें लक्ष्य पूरे होने में सरकार की ओर से कोई कसर बाकी नहीं रखी जायेगी।
भाजपाई अपनी राजनीति चमकाने के लिए झूठे आंदोलन का दिखावा कर रहे हैं। जब केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ द्वारा मांगे गए धान बोरो में कटौती की थी तब किसी भाजपा नेता ने राज्य किसानों के हित में आवाज नही उठाई ।आज भाजपा नेता किसानों के हित में घडिय़ाली आंसू बहा कर आंदोलन का दिखावा कर रहे हैं।