सुबह काफी देर तक जब दरवाजा नहीं खुला तो परिजन उसे उठाने पहुंचे लेकिन कोई आवाज नहीं आई। किसी तरह दरवाजा खोला तो वह फांसी पर लटकी हुई थी। सूचना पर पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की विवेचना शुरु कर दी है।
बिश्रामपुर स्थित माइनस कॉलोनी निवासी चंद्रदेव सिंह की बहु निशा सिंह पति संदीप सिंह ने सोमवार की रात बिहार से आई बड़ी सास सहित घर के अन्य सदस्यों के लिए मनपसंद खाना बनाया था। सभी को उसने खाना खिलाया और खुद भी खाकर कमरे में सोने चली गई।
सुबह काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं आई और न ही दरवाजा खोला। यह देख परिजनों ने उसे जगाने के लिए कमरे का दरवाजा खटखटाया तो अंदर से कोई आवाज नहीं आई। कई बार दरवाजा खटखटाने के बाद भी बहू नहीं निकली तो उन्होंने किसी तरह दरवाजे को खोला। दरवाजा खुलते ही जैसे ही सभी कमरे में दाखिल हुए तो निशा का शव फांसी के फंदे पर लटक रहा था।
उन्होंने तत्काल इसकी सूचना बिश्रामपुर पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और पंचनामा पश्चात शव को नीचे उतरवाया। पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर शव को पीएम के लिए अस्पताल भिजवाया। पीएम पश्चात उन्होंने शव परिजनों को सौंप दिया है। मृतिका ने आत्महत्या क्यों की, इसकी वजह स्पष्ट नहीं है। पुलिस मामले की विवेचना में जुट गई है।
मासूम पुत्रों के सिर से उठा मां का साया
विवाहिता के दो पुत्र 8 वर्षीय शौर्य व 4 वर्षीय मक्कू हैं। दोनों मासूम बच्चों के सिर से मां का साया छिन गया है। मां की मौत से बच्चे सदमे में हैं उनका रो-रोकर बुरा हाल है। घटना से माइनस कालोनी में मातम पसरा हुआ है।