इस दौरान उन्होंने थानेवार लंबित मामले, शिकायतें, लंबित अनुसंधान, गैर जमानती वारंट, समन तामिल की समीक्षा की। थाना स्तर पर विवेचना में लंबित अपराध, महिला संबंधी अपराध, एससी/एसटी अपराध, चालान, मर्ग, गुम इंसान, स्थाई वारंट, गिरफ्तारी वारंट के साथ संवाद शाखा की लंबित शिकायतों पर चर्चा की।
उन्होंने कहा कि सभी शिकायतों को गंभीरता पूर्वक लें और निर्धारित समय-सीमा में निराकरण हो। पुलिस अधीक्षक ने एक-एक प्रकरण की बारीकी से समीक्षा की और निराकरण हेतु आवश्यक निर्देश दिए।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि किसी घटना-दुर्घटना की सूचना पर तत्काल मौके पर पहुंचे, चलित थाना लगाकर नागरिकों की समस्याओं का निराकरण करें। उन्होंने प्रभारियों को निर्देश दिया कि थाना पहुंचने वाले हर मामलों का निष्पक्षता से जांच कर फरियादी को संतुष्ट करें।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि किसी घटना-दुर्घटना की सूचना पर तत्काल मौके पर पहुंचे, चलित थाना लगाकर नागरिकों की समस्याओं का निराकरण करें। उन्होंने प्रभारियों को निर्देश दिया कि थाना पहुंचने वाले हर मामलों का निष्पक्षता से जांच कर फरियादी को संतुष्ट करें।
अवैध कार्यों सहित नशे के कारोबार में लिप्त लोगों के विरूद्व सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। पुलिस अधीक्षक ने वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा, देखभाल व उनकी समस्याओं के त्वरित निराकरण के लिए समर्पण अभियान, महिला-बालिकाओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण देने हिम्मत कार्यक्रम के बारे में जानकारी ली।
उन्होंने हिम्मत कार्यक्रम का अगला सत्र थाना विश्रामपुर, रामानुजनगर में आयोजित करने संबंधी आवश्यक दिशा-निर्देश प्रभारियों को दिए। इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर, एएसपी मुख्यालय पीएस महिलाने, सीएसपी जेपी भारतेन्दु, एसडीओपी प्रेमनगर प्रकाश सोनी, एसडीओपी प्रतापपुर अमोलक सिंह, सभी थाना-चौकी प्रभारी सहित जिला पुलिस कार्यालय के अधिकारी मौजूद रहे।
विश्रामपुर थाना प्रभारी व 2 आरक्षक सम्मानित
क्राइम मीटिंग में पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता ने थाना प्रभारी विश्रामपुर सहित 2 आरक्षकों को इन्वेटीगेटर ऑफ द मंथ से सम्मानित किया है।
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पुलिस अधीक्षक ने कहा उत्कृष्ट कार्य करने वाले पुलिस अधिकारी-कर्मचारी प्रत्येक माह इन्वेस्टीगेटर ऑफ द मंथ से सम्मानित किए जायेंगे।