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सूरत

6 महीने में 142 हादसे, 60 बाइक सवारों की जान गई

ओवर स्पीड और हेल्मेट नहीं पहनना मौत की बड़ी वजह

सूरतJul 02, 2018 / 10:29 pm

Pradeep Mishra

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6 महीने में 142 हादसे, 60 बाइक सवारों की जान गई

सूरत.

डिडोंली ब्रिज पर हिट एंड रन हादसे के बाद सड़कों पर वाहन चालकों की सुरक्षा को लेकर फिर सवाल खड़े हो रहे हैं। शहर में सड़क हादसे लगातार बढ़ रहे हैं। बीते छह महीने में शहर में 142 सड़क हादसों में 61 लोगों की जान गई। मृतकों में सबसे अधिक 60 लोग मोटर साइकिल पर सवार थे, जबकि एक मृतक कार चालक था। पुलिस की ओर से इन हादसों की जांच में पता चला कि मोटर साइकिल सवार जिन 60 लोगों की मौत हुई, उनमें से 58 ने हेल्मेट नहीं पहन रखा था। सिर में चोट लगना उनकी मौत की वजह रही। इनमें से 27 लोग मोटर साइकिल तेज रफ्तार से चला रहे थे।
सबसे अधिक हादसे पांडेसरा, खटोदरा, उधना में
सड़क हादसों में सबसे अधिक पांडेसरा थाना क्षेत्र में 14 और खटोदरा तथा उधना थाना क्षेत्र में 12-12 लोगों की मौत हुई। इसके अलावा सचिन जीआइडीसी क्षेत्र में 11, सरथाणा, सचिन तथा पूणा क्षेत्र में 10-10, डिंडोली में 9, उमरा क्षेत्र में 8, ङ्क्षलबायत क्षेत्र में 6, कतारगाम, अमरोली और रांदेर क्षेत्र में 5-5, डूमस, महिधरपुरा और जहांगीरपुरा क्षेत्र में 4-4, अडाजण और कापोद्रा क्षेत्र में 3-3, रांदेर क्षेत्र में 2 तथा वराछा और चौक बाजार क्षेत्र में 1-1 लोगों की मौत हुई।
मौत की वजह
वजह संख्या
तेज रफ्तार 27
बाइक फिसलने से 15
वाहनों की टक्कर 5
पीछे से टक्कर 7
साइड से टक्कर 2
चालक की लापरवाही 7
रोंग साइड 2
वाहन पलटने से 4
नशे की हालत में 1
अचानक ब्रेक लगाने से 2
डिवाइडर से टकराने से 9
संकरी सड़कों वाले 35 शहरों के मुकाबले सूरत में ट्रैफिक बेहतर
सूरत. अहमदाबाद की सेप्ट यूनिवर्सिटी की ओर से हाल ही देश के ऐसे 35 शहरों का सर्वे किया गया, जिनकी सड़़कें संकरी हैं। इस सर्वे में सूरत के ट्रैफिक को इन 35 शहरों से बेहतर बताया गया। सर्वे के मुताबिक सूरत में संकरी सड़कों के बावजूद अन्य शहरों के मुकाबले यहां दूरी तय करने में कम समय लगता है। सूरत स्टेशन से चौक बाजार तक ढाई किमी के सफर के लिए 12 मिनट लगते हैं, जबकि इतना ही सफर तय करने के लिए अहमदाबाद में 10 से 15 फीसदी ज्यादा वक्त लगता है, जबकि बेंगलुरू में 30 फीसदी तो दिल्ली में 40 फीसदी ज्यादा वक्त लगता है।
वाहन संभालकर चलाने की अपील
पुलिस आयुक्त सतीश शर्मा ने कहा कि सूरत शहर में कई सड़कें संकरी हैं और वाहनों की संख्या काफी ज्यादा है। ऐसे में हादसों के लिए वाहन चालक की लापरवाही अधिक जिम्मेदार है। उन्होंने वाहन चालकों से अपील की कि सड़कों की चौड़ाई देखकर और ट्रैफिक नियमों का पालन कर वाहन चलाएं। इससे हादसों से बचा जा सकता है।

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