नदी-तालाबों में किया गया विसर्जन
जिले में पूर्णा, अंबिका, कावेरी, खरेरा, मिंढोला नदी, दांडी, उभराट,बिलीमोरा बंदर सहित कई गांव के तालाबों में गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। विरावल पर तीन हजार, धारागीरी में 18 सौ, जलालपोर में एक हजार, दांडी में 2500, उभराट में 15 सौ, मिंढोला नदी में एक हजार, बिलीमोरा में आठ सौ, गणदेवी में चार सौ, चिखली के कावेरी नदी में दो सौ गणेश मूर्तियों का विसर्जन किया गया। विरावल घाट पर गांव के 60 तैराकों ने अपनी सेवा दी। बड़ी मूर्तियों का विसर्जन के लिए यहां दो क्रेन की व्यवस्था की गई थी। दांडी में तैराकों के साथ स्वास्थ्य विभाग, दमकलकर्मी, 108 एम्बुलेन्स और नपा कर्मचारियों को तैनात किया गया था। इस दौरान पुलिस का कड़ा बंदोबस्त रहा। विसर्जन यात्रा के दौरान राजस्थानी सेवा समाज की ओर से श्रद्धालुओं को पानी पिलाया गया। जबकि नवसारी के वैद मोहल्ले में गणेश उत्सव के आखिरी दिन गणेशजी को 88 किलो के केक का प्रसाद चढ़ाया गया। मोहल्ला वासियों ने 17 फीट ऊंचा 23 परत का केक बनाया था। इस दौरान विधायक पीयूष देसाई भी उपस्थित थे।
जिले में पूर्णा, अंबिका, कावेरी, खरेरा, मिंढोला नदी, दांडी, उभराट,बिलीमोरा बंदर सहित कई गांव के तालाबों में गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। विरावल पर तीन हजार, धारागीरी में 18 सौ, जलालपोर में एक हजार, दांडी में 2500, उभराट में 15 सौ, मिंढोला नदी में एक हजार, बिलीमोरा में आठ सौ, गणदेवी में चार सौ, चिखली के कावेरी नदी में दो सौ गणेश मूर्तियों का विसर्जन किया गया। विरावल घाट पर गांव के 60 तैराकों ने अपनी सेवा दी। बड़ी मूर्तियों का विसर्जन के लिए यहां दो क्रेन की व्यवस्था की गई थी। दांडी में तैराकों के साथ स्वास्थ्य विभाग, दमकलकर्मी, 108 एम्बुलेन्स और नपा कर्मचारियों को तैनात किया गया था। इस दौरान पुलिस का कड़ा बंदोबस्त रहा। विसर्जन यात्रा के दौरान राजस्थानी सेवा समाज की ओर से श्रद्धालुओं को पानी पिलाया गया। जबकि नवसारी के वैद मोहल्ले में गणेश उत्सव के आखिरी दिन गणेशजी को 88 किलो के केक का प्रसाद चढ़ाया गया। मोहल्ला वासियों ने 17 फीट ऊंचा 23 परत का केक बनाया था। इस दौरान विधायक पीयूष देसाई भी उपस्थित थे।
रोक के बावजूद नदियों में पीओपी मूर्तियों का विसर्जन
सुप्रीम कोर्ट, हाइकोर्ट और ग्रीन ट्रिब्यूनल द्वारा नदियों में प्रदूषण रोकने के लिए पीओपी की मूर्तियां विसर्जन करने पर रोक है। दो दिन पहले नवसारी नपा सीओ ने भी बड़ी प्रतिमाओं को दांडी दरिया किनारे ले जाने की अपील की थी। हालांकि अधिक कलक्टर कमलेश राठौड़ ने प्रतिमाओं के नदी में विसर्जित न करने के संबंध में कोई परिपत्र जारी नहीं होने की बात की थी। इसका असर रविवार को दिखा। बड़ी प्रतिमाओं से लेकर पीओपी की मूर्तियां भी नदी में विसर्जित की गई। छोटी मूर्तियों के लिए नदी किनारे कृत्रिम तालाब बनाए गए थे, लेकिन वहां सिर्फ एक से दो फीट की मूर्तियां ही विसर्जित की गई। तीघरा जकातनाका के पास मोती नगर सोसायटी के लोगों ने विसर्जन यात्रा शहर में निकालने के बाद प्लास्टिक के ड्रम मे विसर्जन कर नदियों को प्रदूषण से बचाने का संदेश दिया। जबकि कलक्टर एमडी मोडिया ने बताया कि पीओपी मूर्तियों के विसर्जन के लिए सभी नपा क्षेत्रों में कृत्रिम तालाब बनाए गए हैं। उन्होंने अधिक कलक्टर द्वारा पीओपी मूर्तियों को लेकर दिए बयान पर कहा कि अधिक कलक्टर ने ऐसा कुछ नहीं कहा है।
सुप्रीम कोर्ट, हाइकोर्ट और ग्रीन ट्रिब्यूनल द्वारा नदियों में प्रदूषण रोकने के लिए पीओपी की मूर्तियां विसर्जन करने पर रोक है। दो दिन पहले नवसारी नपा सीओ ने भी बड़ी प्रतिमाओं को दांडी दरिया किनारे ले जाने की अपील की थी। हालांकि अधिक कलक्टर कमलेश राठौड़ ने प्रतिमाओं के नदी में विसर्जित न करने के संबंध में कोई परिपत्र जारी नहीं होने की बात की थी। इसका असर रविवार को दिखा। बड़ी प्रतिमाओं से लेकर पीओपी की मूर्तियां भी नदी में विसर्जित की गई। छोटी मूर्तियों के लिए नदी किनारे कृत्रिम तालाब बनाए गए थे, लेकिन वहां सिर्फ एक से दो फीट की मूर्तियां ही विसर्जित की गई। तीघरा जकातनाका के पास मोती नगर सोसायटी के लोगों ने विसर्जन यात्रा शहर में निकालने के बाद प्लास्टिक के ड्रम मे विसर्जन कर नदियों को प्रदूषण से बचाने का संदेश दिया। जबकि कलक्टर एमडी मोडिया ने बताया कि पीओपी मूर्तियों के विसर्जन के लिए सभी नपा क्षेत्रों में कृत्रिम तालाब बनाए गए हैं। उन्होंने अधिक कलक्टर द्वारा पीओपी मूर्तियों को लेकर दिए बयान पर कहा कि अधिक कलक्टर ने ऐसा कुछ नहीं कहा है।
बच्ची ने दिया पर्यावरण बचाने का संदेश
गणेश विसर्जन के दौरान टावर के पास एक पुराने मकान मे छोटी बच्ची छोटा भीम के गेटअप में लोगों को पर्यावरण बचाने का संदेश दे रही थी। उसने हाथों में प्लेकार्ड लेकर इको फ्रेन्डली गणपति की स्थापना, महोत्सव में फिल्मी गीत न बजाने समेत कई संदेश देकर लोगों को जागरूक किया।
गणेश विसर्जन के दौरान टावर के पास एक पुराने मकान मे छोटी बच्ची छोटा भीम के गेटअप में लोगों को पर्यावरण बचाने का संदेश दे रही थी। उसने हाथों में प्लेकार्ड लेकर इको फ्रेन्डली गणपति की स्थापना, महोत्सव में फिल्मी गीत न बजाने समेत कई संदेश देकर लोगों को जागरूक किया।