राज्य के स्वनिर्भर महाविद्यालयों में करीब 46,645 सीटें हैं। प्रथम राउंड में यहां 21,343 विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया। राज्यभर में स्वनिर्भर कॉलेजों की 25,302 सीट रिक्त पड़ी हैं। सरकारी और अनुदानित महाविद्यालयों में 10,777 सीटें है। इनमें से प्रथम राउंड में 10,591 सीटें भर गईं। यहां मात्र 186 सीटें रिक्त हैं। प्रवेश के दूसरे राउंड में यह सीटें भर सकती हैं।
इस साल इंजीनियङ्क्षरग की कम्प्यूटर ब्रांच विद्यार्थियों की पहली पसंद है। कम्प्यूटर ब्रांच में करीब 6,628 सीटें हैं। इनमें से 5,340 भर गई हैं। हर साल मेकेनिकल, सिविल और इलेक्ट्रिकल में प्रवेश लेने वाले अधिक होते हैं। इन तीनों ब्रांच में सर्वाधिक सीटें भरती हैं, लेकिन इन पाठ्यक्रमों में इस बार करीब 50 प्रतिशत सीटें खाली हैं। सिविल की 5,872 सीटों में से 3,945 सीटें ही भर पाई हैं। मेकेनिकल की 10,657 में से 4,432 और इलेक्ट्रिकल की 6,543 में से 2,588 सीटों पर प्रवेश लिया गया है।