स्मीमेर अस्पताल के अनुसार कोसाड गांव आशापुरी नगर निवासी भानू पंचानंद नाहक ओडिशा के गंजाम जिले का निवासी है और सूरत में संचा कारखाने में कार्य करता है। वह गुरुवार सुबह काम पर चला गया और शाम को घर लौटा। घर का दरवाजा बंद था। दरवाजा तोड़ा तो अंदर उसकी पत्नी जीन्नू (२४) बेहोश मिली। वह उसे स्मीमेर अस्पताल ले गया। चिकित्सकों ने प्राथमिक जांच के दौरान उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलने पर अमरोली पुलिस पहुंची।
अस्पताल में भानू ने बताया कि उसकी शादी छह वर्ष पहले हुई थी। लेकिन, कोई संतान नहीं होने के कारण पत्नी दुखी रहती थी। आशंका जताई जा रही है कि जीन्नु ने कोई जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या की है। पोस्टमार्टम के बाद चिकित्सकों ने बताया कि मौत का कारण स्पष्ट नहीं हुआ है। शव से नमूने लेकर जांच के लिए भेजे हैं। पोस्टमार्टम कार्रवाई होने के बाद अमरोली पुलिस ने शव परिजनों को अंतिम संस्कार के लिए सौंप दिया। भानू के पास अंतिम संस्कार के लिए भी रुपए नहीं थे। इसके बाद जांचकर्ता अधिकारी एएसआइ नानू उक्कड़ और पुलिस कांस्टेबल केतन धीरू ने उसे आर्थिक सहायता कर अंतिम संस्कार कराने में मदद की।
छुट्टी नहीं मिलने से परेशान मनपा के क्लर्क ने हाथ की नस काटी सूरत. वराछा जोन ऑफिस में ट्रेनिंग के लिए नियुक्त क्लर्क ने शुक्रवार को अपने हाथ की नस काटकर आत्महत्या का प्रयास किया। उसे गंभीर हालत में स्मीमेर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। क्लर्क ने बताया कि उसके वरिष्ठ अधिकारी छुट्टी नहीं दे रहे थे, इसलिए यह कदम उठाया है।
स्मीमेर अस्पताल के अनुसार अमरोली सिद्धम सोसायटी निवासी सूरज अनिल सार्क (३३) वराछा जोन ऑफिस में जंतुनाशक विभाग में ट्रेनिंग के लिए क्लर्क के तौर नियुक्त है। इसी दौरान उसने शुक्रवार दोपहर वराछा जोन ऑफिस के अंदर कार्य करने के दौरान अपने बाएं हाथ की नस ब्लेड से काट ली। सहकर्मियों ने उसे १०८ एम्बुलेंस में स्मीमेर अस्पताल पहुंचाया। चिकित्सकों ने इमरजेंसी विभाग में प्राथमिक उपचार के बाद उसे भर्ती कर लिया है। अस्पताल में क्लर्क सूरज ने बताया कि उसकी पत्नी गर्भवती है।
इसके लिए उसने कुछ दिन पहले वरिष्ठ अधिकारियों से छुट्टी मांगी थी। असिस्टेंट जंतुनाशक अधिकारी जे. डी. पटेल ने छुट्टी देने से मना कर दिया था। वहीं, डॉ. पटेल ने बताया कि मानसून के सीजन में मौसमी बीमारियां बढऩे के चलते कार्य का दबाव अधिक होता है। इसलिए दूसरे स्टाफ छुट्टी से आ जाएंगे तो उसे छुट्टी देने की बात कही थी। सूचना मिलने पर वराछा पुलिस अस्पताल पहुंची और जांच शुरू की है। पुलिस ने बताया कि क्लर्क ने छुट्टी नहीं मिलने के कारण आत्महत्या का प्रयास किया है।