सूत्रों के मुताबिक, मुम्बई से 02953 मुम्बई-निजामुद्दीन अगस्त क्रांति राजधानी एक्सप्रेस शाम 5.10 बजे रवाना हुई थी। ट्रेन करीब सात बजे वापी रेलवे स्टेशन पहुंची और उसका अगला स्टॉपेज वलसाड स्टेशन पर था। ट्रेन के रवाना होने के कुछ देर बाद ही बगवाडा और पारडी के बीच उदवाडा रेलवे स्टेशन के पास जानवर से टकरा गई। यह हादसा करीब 7.15 बजे हुआ था। ड्राइवर ने हादसे के बाद ट्रेन खड़ी कर दी। ट्रेन में मौजूद स्टाफ और स्टेशन कर्मचारियों ने इंजन के अगले हिस्से में लगे मांस को निकाला और ट्रेन को रवाना की। इसके बाद ट्रेन वलसाड स्टेशन पर शाम 7.51 बजे पहुंची, जहां मैकनिकल विभाग के स्टाफ निरीक्षण के लिए मौजूद थे।
अधिकारियों ने बताया कि अगस्त क्रांति राजधानी में आगे और पीछे दो पावर कार लगे होते है। इसमें से इंजन के पीछे लगा क्षतिग्रस्त पावर कार को वलसाड स्टेशन पर काटकर निकाल दिया गया। इसके बाद ट्रेन रात 9.57 बजे सूरत के लिए रवाना हुई। वहीं सूरत स्टेशन पर नया पावर कार का इंतजाम करने के निर्देश दिए गए। सूरत स्टेशन पर अगस्त क्रांति करीब 10.50 बजे पहुंची। यहां नया पावर कार लगाने के बाद अगस्त क्रांति राजधानी को एक घंटे देरी से 11.55 बजे रवाना किया।
पहले भी हो चुकी है घटनाएं गौरतलब है कि मुम्बई और सूरत स्टेशन के बीच पूर्व में भी कैटल रनओवर की घटनाएं हो चुकी है। रेलवे ट्रैक के किनारे कोई सुरक्षा दीवार नहीं होने के कारण जानवर ट्रैक पर चले आते हैं। अच्छी बात यह रही कि ट्रेन की गति अधिक होने के बाद भी कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ।