जानकारों के अनुसार ब्रिज की डिजाइन को लेकर शुरू में स्थानीय लोगों ने आपत्ति की थी। किसी तरह जनप्रतिनिधियों ने लोगों को राजी किया, लेकिन कुछ दिन से राजनीतिक हल्के में चर्चा है कि सत्ता पक्ष से जुड़े कुछ राजनीतिक लोगों के व्यावसायिक हित के लिए फिर से डिजाइन मे फेरबदल की कोशिश की जा रही है। इससे काम अटका है।