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सूरत

शहीद की पत्नी बोली, बदले में उसके दस सिर लाए मोदी सरकार

शहीद प्रेम सारण का सैन्य सम्मान से अंतिम संस्कार, शहीद के भाई ने कहा-आतंकवाद और आतंकवाद को पालने वाले पाकिस्तान का खात्मा करे भारत सरकार

सूरतNov 11, 2016 / 02:44 pm

moolaram barme

Barmer

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 ‘मेरे पति तो देश के लिए शहीद हो गए, लेकिन सरकार को पाकिस्तान की नापाक हरकतों का मुंहतोड़ जवाब देना होगा। मेरे पति की शहादत का बदला लेना होगा। सरकार को बदले में पाक के दस सिर लाने होंगे…। जम्मू कश्मीर में शहीद हुए बाड़मेर जिले के बायतु उपखंड के शहर गांव निवासी प्रेमसिंह सारण की पत्नी रैना गुरुवार को यह कहते हुए बिलख उठी।
 शहीद की मां पेंपो देवी व पिता कुंभाराम ने कहा कि उनको अपने बेटे की शहादत पर गर्व है लेकिन उसकी शहादत का हर हाल मे बदला लेना होगा। शहीद के भाई व सेना में कार्यरत लालाराम रुंधे गले से बोले- यदि सरकार कुछ करना चाहती है तो वह आतंकवाद और आतंकवाद को पालने वाले पाकिस्तान का खात्मा करे। उसे समूल नष्ट कर दे। नहीं तो पता नहीं कितने जवान इसी तरह शहीद होते रहेंगे।
बायतु उपखण्ड मुख्यालय से 35 किमी दूर गिड़ा पंचायत समिति की ग्राम पंचायत शहर के शहीद प्रेम सारण की पार्थिव देह गुरुवार दोपहर तिरंगे में लिपटकर गांव पहुंची तो हर शख्स की आंखें नम हो गई। महिलाएं और बच्चे ही नहीं बुजुर्ग भी उनकी अंतिम यात्रा में शामिल हुए। 
भारत माता के जयकारे लगाते युवाओं में देश के लिए मर-मिटने वाले प्रेम पर फख्र था तो पाकिस्तान के खिलाफ आंखों में गुस्सा भी। शहीद की पार्थिव देह गुरुवार सुबह उत्तरलाई एयरबेस पहुंची, जहां से उसे 70 किमी दूर शहर गांव लाया गया। जहां उनका सैन्य और राजकीय सम्मान से अंतिम संस्कार किया गया।
इस मौके पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट, सैनिक कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष प्रेमसिंह बाजौर, बायतु विधायक कैलाश चौधरी, बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन, जिला कलक्टर सुधीर कुमार शर्मा, जिला पुलिस अधीक्षक गगनदीप सिंगला समेत सेना के अधिकारीयों ने शहीद के पार्थिव देह पर पुष्प चक्र अर्पित किए।
 राष्ट्रीय राइफल्स के जवानों की टोली ने मातमी धुन बजाई और गॉर्ड ऑफ ऑर्नर दिया। इसके बाद तीन-तीन राउण्ड हवाई फायर किए। दोपहर करीब 3:30 बजे शहीद के भाई लालाराम ने मुखाग्नि दी।

मां सदमे में, पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल
प्रेम के शहीद होने की सूचना बुधवार देर शाम ही उनके भाई लालाराम को मिल गई थी। गांव के अधिकांश लोगों को इस बात की जानकारी थी कि गांव का लाड़ला देश के लिए शहीद हो गया है, लेकिन परिवार को सदमा न लगे इसलिए किसी ने भी यह जानकारी उनके बुजुर्ग माता-पिता को नहीं दी।
 शहीद की पढ़ी लिखी पत्नी रैना जो बाड़मेर में रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही है, उसको भी यह समाचार नहीं दिया गया। परिवार के अन्य सदस्य रैना को बाड़मेर से गाड़ी में बिठाकर उनके ससुराल शहर गांव लेकर आए, फिर भी उसको इस बात का पता नहीं लगा।
 सुबह जब ग्रामीण उसके घर पहुंचे तो तो गांव वालों ने परिवार के सभी सदस्यों को प्रेम सारण के शहीद होने की जानकारी दी। अपने लाड़ले के शहीद होने की खबर सुन मां सदमे में चली गई और पत्नी का रो रोकर बुरा हाल हो गया।
पार्थिव देह को लेकर आए दोस्त नहीं रोक पाए आंसू

घर के बाहर आंगन में शहीद की पार्थिव देह को देख पूरे परिवार की रुलाई फूट पड़ी। तिरंगे में लिपटी पार्थिव देह से जब कपड़ा हटाया तो पूरा परिवार लिपटकर खूब रोया। घर से तीन किमी दूर श्मशान घाट तक हजारों लोगों ने शहीद को नमन किया। शहीद की पार्थिवदेह को उनके पैतृक गांव तक पहुंचाने वाले उनके सैन्य साथी शहीद की पत्नी और उनके माता-पिता को बिलखते देख अपने आंसू नहीं रोक पाए।
गगनभेदी नारों से गूंज उठा गांव

गुरुवार दोपहर दो बजे शहीद प्रेमसिंह की पार्थिव देह जैसे ही शहर गांव स्थित उनकी पैतृक ढाणी पहंचाी, वहां हजारों की तादाद में मौजूद ग्रामीणों ने प्रेमसिंह सारण अमर रहे… तथा जब तक सूरज चांद रहेगा प्रेमसिंह तेरा नाम रहेगा… जैसे गगनभेदी नाररे लगाने शुरू कर दिए। 
शहीद की पार्थिव देह को सेना के वाहन मे उनके पैतृक निवास पर लाया गया। जहां पर करीब एक घंटे तक परिजनों व रिश्तेदारों के दर्शनार्थ रखा गया। इस मौके भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य बालाराम मूंढ़, पूर्व राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी, पूर्व जिला प्रमुख मदन कौर, यूआईटी चैयरपर्सन डॉ. प्रियंका चौधरी, सांचौर विधायक सुखराम विश्रोई,
 पूर्व विधायक मदन प्रजापत, पीसीसी सचिव करणसिंह उचियाड़ा, सुपारस भण्डारी, जाट महासभा के जिलाध्यक्ष डालूराम चौधरी, कांग्रेस जिलाध्यक्ष फतेह खां, निर्मलदास महाराज, गिड़ा प्रधान लक्ष्मणराम चौधरी, समदड़ी प्रधान पिंकी चौधरी, बाड़मेर प्रधान पुष्पा चौधरी, रूपाराम धनदे, शहर सरपंच मगाराम सारण, गिड़ा सरपंच पूनमाराम घाट समेत बड़ी संख्या मे जनप्रतिनिधि व अधिकारी मौजूद थे।
विधायक के नेतृत्व मे लगाए पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे

शहीद के गांव में बायतु विधायक कैलाश चौधरी के नेतृत्व में युवाओं ने प्रेमसिंह सारण जिंदाबाद, भारत माता की जय, वंदेमातरम तथा पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए। इस मौके पर बायतु विधायक ने कहा कि पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज आ जाए वरना वह विश्व के नक्शे से ही गायब हो जाएगा।
विधायक कोटे से रोशन होगी शहीद की ढाणी

शहर गांव के दूर-दराज में स्थित शहीद प्रेमसिंह सारण की ढाणी में अभी तक विद्युत कनेक्शन नहीं है। बायतु विधायक कैलाश चौधरी ने अपने विधायक कोटे से शहीद की ढाणी समेत आसपास पांच ढाणियों को भी रोशन करने की घोषणा की। चौधरी ने शहीद के घर तक पाइप लाइन बिछाकर ढाणी मे टंाके बनाने की भी घोषणा की।
दुकानें रही बंद

शहीद प्रेम सिंह सारण का पैतृक गांव शहर। जहां ढाणी तक कच्ची ग्रेवल सड़क मार्ग का रास्ता। गुरुवार को इस पूरे गांव में ही मातम का माहौल रहा। दुकानें व अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठान शोक मे बंद रहे।
आखिरी बार चेहरा भी नहीं देख पाए

शहीद प्रेमसिंह सारण की पार्थिव देह दर्शन के लिये ढाणी के आंगन मे रखी गई। परिजनों ने जब उनका चेहरा देखने के लिये ताबूत का ढक्कन हटाया गया तो उन्हें कपड़े मे बंद शरीर ही नजर आया। गोलीबारी में चेहरा समेत शरीर का अधिकांश हिस्सा क्षत विक्षित हो जाने से ऊपर से कपड़ा नहीं हटाया गया।

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