नवसारी. जलालपोर तहसील के आरक सिसोद्रा मार्ग स्थित मेजिक्रेट बिल्डिंग सॉल्यूशन कंपनी में गुरुवार दोपहर बॉयलर फटने से वहां काम कर रहे एक श्रमिक की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि आठ श्रमिकों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। मेजिक्रेट बिल्डिंग सॉल्यूशन प्रालि कंपनी में सीमेन्ट के ब्लॉक बनाए जाते हैं। कंपनी के प्लांट नंबर दो में स्थित पांच बॉयलरों में से पांचवें नंबर का बॉयलर गुरुवार दोपहर करीब एक बजे भीषण धमाके के साथ फट गया। इस दौरान प्लांट में करीब 35 श्रमिक काम कर रहे थे।
धमाके के बाद अफरा-तफरी मच गई घटना के बाद प्लांट समेत पूरी कंपनी एवं आसपास अफरा-तफरी मच गई। धमाके के बाद बॉयलर के दरवाजे का हिस्सा पतरे के शेड को तोडक़र पास के खेत में जा गिरा। कंपनी के पतरे के शेड और लोहे के एंगल भी टूट कर जमीन पर गिर गए। घटना के दौरान मौके पर काम कर रहा सत्यप्रकाश चौबे (40) गर्म वाष्प से झुलस गया और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। जबकि अन्य आठ को कंपनी में मौजूद लोगों ने वेस्मा के निजी अस्पताल पहुंचाया। वहां से सभी को सूरत के भटार स्थित निजी अस्पताल में रेफर कर दिया गया। जहां सभी की हालत गंभीर बनी हुई है। घटना की जानकारी मिलते ही नवसारी ग्रामीण थाना पीआई एलके पठान दलबल के साथ मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने प्लांट नंबर दो को भी बंद करवाकर जांच पड़ताल की और एफएसएल की मदद से आगे की जांच शुरू की है। घटना के बारे में जिला इंडस्ट्रीज, सुरक्षा एवं स्वास्थ्य विभाग के सहायक निदेशक केए रावत को अवगत कर दिया गया है। इस पर केए रावत भी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और सुरक्षा इंतजाम समेत अन्य जांच की। कंपनी प्रबंधक अतुल झुनझुनवाला की शिकायत पर पुलिस ने दुर्घटना मौत का मामला दर्ज किया है। पीआई एलके पठान ने बताया कि दुर्घटना में एक मजदूर की मौत झुलसने से हो गई है जबकि अन्य घायलों को सूरत के निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। पुलिस जांच कर रही है।
ह्युमन एरर से हादसे की आशंका ब्लॉक की क्योरिंग करते समय ऑटो क्लेव का पांच नंबर का दरवाजा खुल गया। मशीन चालू हुई थी, लेकिन शायद ह्युमन एरर से दरवाजा ठीक से बंद नहीं हुआ होगा और कम दवाब में वह खुल गया। हादसे का मुख्य कारण प्रारंभिक तौर पर यही दिख रहा है। इसमें एक मजदूर की मौत हुई और छह घायल हो गए। बॉयलर अलग है, यह ऑटो क्लेव की आठ मशीनें थी, जिसमें सभी ठीक चल रही थी और दबाव भी सही था। ह्युमन एरर के चलते ही हादसा हुआ है। हालांकि सही जानकारी जांच के बाद ही पता चलेगी। भरत झुनझुनवाला, कंपनी प्रबंधक
दबाव के कारण फटा प्रारंभिक जांच में पता चला है कि ऑटो क्लेव दबाव के कारण फटा और उसके बाद गर्म वाष्प बाहर निकलने पर पास में काम कर रहे श्रमिक की जलने से मौत हो गई। जांच में सुरक्षा इंतजाम में चूक मिलने पर कार्रवाई होगी। दोषी मिलने पर एक लाख रुपए तक का जुर्माना और दो साल तक की सजा हो सकती है। केए रावत, सहायक निदेशक कंपनी सेफ्टी एन्ड हेल्थ