चर्चा अवश्य चली, निर्णायक नहीं जिला कलक्टर कार्यालय में रविवार को आवश्यक बैठक का आयोजन किया गया और इसमें लॉकडाउन के दौरान किसी तरह की रियायत नहीं दिए जाने का निर्णय किया गया। बैठक के दौरान औद्योगिक नगरी सूरत में लॉकडाउन के दौरान बेबस श्रमिकों की चिंता और उनकी प्रवास यात्रा पर भी चर्चा की गई। बैठक में वराछा, कतारगांव क्षेत्र के विधायकों ने श्रमिकों व अन्य लोगों को भेजने की व्यवस्था के बारे में अपनी बात रखी। वहीं, चौर्यासी विधानसभा की विधायक झंखना पटेल ने भी इस मुद्दे पर बात रखते हुए बताया कि सरकारी बसों में सोश्यल डिस्टेंस के साथ श्रमिकों को पूरी स्वास्थ्य जांच व कागजी औपचारिकताओं की पूर्ति के बाद रवाना किया जा सकता है। बैठक में प्रशासन ने श्रमिकों की वापसी के संदर्भ में सभी के रिव्यू जाने, लेकिन आधिकारिक तौर पर किसी तरह की पुष्टि नहीं की गई।