अनलॉक-4.0 के बाद से शहर में संक्रमण एक बार फिर बेकाबू होता दिख रहा है। जाने-अनजाने लोग सुपर स्प्रेडर बन रहे हैं। तमाम कोशिशों के बावजूद संक्रमण की रफ्तार थमती न देख मनपा प्रशासन ने पुराने फार्मूले पर दोबारा अमल शुरू किया है। इसके तहत जहां से भी संक्रमितों के मिलने की जानकारी सामने आती है, मनपा टीम उस सोसायटी या गली-मोहल्लों के रास्तों पर बेरिकेट्स लगा रही है। साथ ही बैनर लगा कर लोगों को बताया जा रहा है कि जिन रास्तों पर वे बेखौफ निकले हैं वे कोरोना प्रभावित हैं। यानी साफ चेतावनी है कि संक्रमण नए शिकार की तलाश में है और जरा सी लापरवाही सेहत पर भारी पड़ सकती है।
मनपा प्रशासन ने शुरू में भी यही रणनीति अपनाई थी। जिन स्थानों पर संक्रमण बेकाबू हो रहा था उन्हें क्लस्टर कर क्वारन्टाइन किया जा रहा था। इस बार लोगों को क्वारन्टाइन भले न किया जा रहा हो, लेकिन सोसायटी या मोहल्ले से बाहर उनकी आवाजाही को जरूर बाधित करने की कोशिश हो रही है। मनपा के इस रवैये से लोगों में भी खासी नाराजगी है। बेकाबू हो रहे संक्रमण के लिए लोग मनपा प्रशासन की लापरवाहियों को भी बड़ी वजह मान रहे हैं। किराना, सब्जी और दूसरी दुकानों पर जिस तरह से भीड़ उमड़ रही है, सोशल डिस्टेंसिंग का जमकर उल्लंघन हो रहा है। इन जगहों पर या तो मनपा और पुलिस की टीम पहुंचती ही नहीं और कहीं होती भी है तो इस पर ध्यान नहीं देती। लोगों के मुताबिक इसी वजह से संक्रमण काबू में नहीं आ रहा और बेरिकेट्स लगाकर उन्हें परेशान किया जा रहा है।