फेडरेशन के प्रमुख जयंती प्रजापति ने बताया कि लॉक डाउन के बाद चार महीने से ऑटो चालक बेकार है और आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं। सरकार की ओर से विभिन्न वर्ग और उद्योगों के लिए पैकेज की घोषणाएं की गई, लेकिन मांग के बावजूद ऑटो चालकों के लिए कोई आर्थिक सहायता की जरूरत नहीं समझी है। ऑटो चालकों के पास घर का गुजारा चलाने तक के पैसे नहीं है और इस बीच सरकार ने ऑटो चालकों के लिए अनिवार्य रूप से यूनिफॉर्म पहनने का आदेश जारी किया है, जो ऑटो चालकों से अन्याय है और हम इसका पुरजोर विरोध करते है। उन्होंने ज्ञापन के जरिए इस निर्णय को वापस लेने की और ऐसा नहीं करने पर आंदोलन की चेतावनी दी।