तब तक कोई गिरफ्तारी नहीं की जाए, क्योंकि कानून भी यही कहता है कि भले सौ दोषी छूट जाएं, लेकिन किसी निर्दोष को सजा नहीं होनी चाहिए।
ज्ञापन में कहा गया कि नियोजित साजिश के तहत धर्मगुरु पर इस तरह के झूठे आरोप लगाकर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। आचार्य ने इस तरह का कोई कृत्य नहीं किया है। उन पर लगाए गए आरोप झूठे हैं।
साक्ष्य मिलने पर ही हो गिरफ्तारी
ज्ञापन में समाज के लोगों ने मांग की कि इस मामले की किसी न्यायिक अधिकारी से जांच करवाई जाए और जरूरी साक्ष्य मिलने पर ही गिरफ्तारी की जाए। आचार्य ने जांच में पूरी तरह से सहयोग करने के लिए कहा है। उन्हें जांच के दौरान जरूरत पडऩे पर जहां भी बुलाया जाएगा, वह उपस्थित रहेंगे। यदि किसी तरह के गलत कार्रवाई होगी तो समाज की भवानाएं आहत होंगी। ज्ञापन में कहा गया कि यदि धर्म गुरुओं की दिनचर्या पर गौर करें तो भी यह संभव नहीं है। संयम मार्ग पर चलने वाले धर्मगुरु किसी भी महिला को कमरे में अकेले में दर्शन के लिए नहीं बुलाते। एक अक्टूबर की इस कथित घटना को लेकर मंदिर के आसपास के सीसीटीवी फुटेज हासिल कर उनकी जांच की जानी चाहिए।
जैन मुनि से थाने में पूछताछ
दिगम्बर जैन आचार्य शांतिसागर महाराज पर एक युवती द्वारा शुक्रवार को दुष्कर्म का आरोप लगाने के बाद पुलिस ने शनिवार रात उनसे पूछताछ शुरू की। मामले की जांच कर रहे पुलिस निरीक्षक डी.के. राठौड़ ने बताया कि शुक्रवार देर रात मामला दर्ज होने के बाद युवती के माता-पिता से पूछताछ कर उनके बयान दर्ज किए गए। उसके बाद एक टीम घटनास्थल पर भी भेजी गई थी, लेकिन उस वक्त वहां कोई नहीं मिला। शनिवार को घटनास्थल पर कुछ लोगों से पूछताछ कर उनके बयान दर्ज किए गए। शाम साढ़े छह बजे आचार्य को थाने लाकर उनसे घटना के बारे में पूछताछ शुरू की गई है।
उनसे जांच में सहयोग मिल रहा है और पूछताछ जारी है। उल्लेखनीय है कि वड़ोदरा की एक युवती ने शुक्रवार देर रात आचार्य शांतिसागर महाराज पर दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए अठवा लाइंस थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाई थी। इसमें कहा गया कि युवती के माता-पिता मार्च में आचार्य के संपर्क में आए और उन्हें अपना धर्मगुरु माना। उसके बाद एक अक्टूबर को आचार्य ने युवती, उसके माता-पिता और भाई को आशीर्वाद के लिए बुलाया।
आरोप है कि युवती को एकांत में ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया गया। उस वक्त तो युवती ने इस बारे में किसी को नहीं बताया, लेकिन वह इस घटना को भूल नहीं पा रही थी। उसने अपने परिजनों को इस बारे में बताया और शुक्रवार को अठवा थाने में शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने देर रात युवती का न्यू सिविल अस्पताल में मेडिकल भी करवाया।
तेज सरगर्मी
जैन मुनि शांतिसागर महाराज पर दुष्कर्म के आरोप को लेकर शनिवार को दिगम्बर जैन समाज में दिनभर सरगर्मी रही। (1) पुलिस जांच-पड़ताल के लिए नानपुरा के दिगम्बर जैन देरासर पहुंची। दूसरी तरफ (2) दिगम्बर जैन समाज के महिला और पुरुष पुलिस कमिश्नर को ज्ञापन देने पहुंचे। पत्रिका फोटो