पुलिस सूत्रों के मुताबिक डकैती की वारदात प्लॉट नम्बर-१० में बाबू लिंबाणी के कारखाने में हुई। कारखाने में सोमवार रात चंद्रपाल अकेला कर्मचारी था। रात साढ़े ग्यारह बजे एक युवक ने दरवाजे पर दस्तक दी। दरवाजा खोलने पर उसने किसी कलम नाम के कारीगर के बारे में पूछा और पानी मांगा। पानी पीकर जैसे ही वह बाहर निकलने के लिए पलटा, उसके छह और साथी जबरन अंदर घुस आए। उन्होंने चंद्रपाल के साथ मारपीट की और उसे बांध दिया।
कारखाने से मैग्नेट कंपनी के २६ हेड डिवाइस, २७ इलेक्ट्रोनिक कोर्डिंग कार्ड, डायवर्स मदरबोर्ड, कंप्यूटर, डीवीआर और सीसीटीवी कैमरा लूट लिया। बाद में सभी फरार हो गए। उनके जाने के बाद किसी तरह चंद्रपाल ने खुद को आजाद किया और कारखाने के संचालक अमरोली राधे रेजिडेंसी निवासी बाबू ङ्क्षलबाणी को वारदात की जानकारी दी। लिंबाणी से सूचना मिलने पर कापोद्रा पुलिस मौके पर पहुंची और प्राथमिकी दर्ज की।
श्रमिकों पर शक
जहां डकैती की यह वारदात हुई, वह कापोद्रा थाने से मात्र सौ मीटर की दूरी पर है। पुलिस ने मौके पर फोरेंसिक टीम से जांच करवाई। इलाके के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं। पुलिस को इस वारदात में एम्ब्रोयडरी उद्योग से ही जुड़े श्रमिकों का हाथ होने की आशंका है। पुलिस कारखाने के पुराने श्रमिकों को भी टटोल रही है।
आज देंगे ज्ञापन
सूरत. मनपा में कर्मचारियों का संगठन सूरत सुधराई कामदार (स्टाफ) मंडल बुधवार को विभिन्न मांगों के समर्थन में आयुक्त को ज्ञापन देगा। मंडल प्रमुख मोहम्मद इकबाल शेख ने बताया कि कर्मचारियों की मांगें पिछले लंबे समय से लंबित हैं और प्रशासन उन पर कोई निर्णय नहीं कर रहा है।