यूं बनी व्यापारिक राय -सावधानी के साथ मार्केट व प्रतिष्ठान खोले जाए ताकि देश की मंडियों में गलत व्यापारिक संदेश नहीं जाए और श्रमिकों की कमी से जूझ रहे कपड़ा उद्योग के समय उनकी कमी दूर हो सकें।
-जिन व्यापारियों के पास जितना व्यापारिक कार्य है वे उतने ही दिन और समय दुकान खोले तथा फर्म संबंधी पूरी जानकारी का नोटिस भी चस्पा करके रखें। हाल में कई व्यापारी स्वैच्छिक बंद के साथ यह भी कर रहे हैं।
-कोविड-19 की नई प्रशासनिक गाइडलाइन का पूरी इमानदारी व सख्ती के साथ पालन किया जाए, क्योंकि यहीं एक उपाय है जिससे कोरोना को दूर रखते हुए व्यापार कार्य किया जा सकता है। -ऑड-इवन सिस्टम में व्यापारी के समक्ष पूर्व में भी आ चुकी व्यापारिक दिक्कतों को दूर करने के लिए थ्री डेज वर्किंग सिस्टम को अपनाए, ताकि बंद के दौरान उनका व्यापारिक काम-काज बाधित ना हो सकें।
-कपड़ा बाजार में फिलहाल 50-60 फीसदी दुकानें ही खुल रही है और व्यापारी, एजेंट, आढ़तिए, स्टाफ, ग्राहकों की भी कमी है। ऐसी स्थिति में कपड़ा बाजार सोम, बुध व शुक्र ही खुलें तो भी पर्याप्त है। इस विषय पर भी व्यापारियों ने वर्चुवल मीटिंग के दौरान आपस में विचार-विमर्श किया।