वर्तमान में खेरगाम थाने में 64 पुलिसकर्मी कार्यरत हैं। इसमें से कइयों को चिखली से आना पड़ता है और कई पुलिसकर्मी किराए पर मकान लेकर रहते हैं। थाने की हालत यह है कि जगह-जगह पानी टपकता है। बरसाती पानी जमा रहने से फरियादी को भी बैठने की जगह नहीं मिलती है। खेरगाम पीएसआई जिग्नेश गामीत ने कहा कि नया थाना भवन बनने से कार्य करने में सुविधा रहेगी और हर साल प्लास्टिक डालने की मशक्कत भी नहीं करनी पड़ेगी।
खेरगाम तहसील में 2.5 इंच बरसात
खेरगाम. तहसील में तीन दिनों से बरसात का दौर चल रहा है। इससे लोगों के लिए परेशानी खड़ी हो गई है। आशवणी, पाटी, नारायणपुर गांव में बरसात के कारण तीन घर ढह गए। हालांकि लोग सौभाग्यशाली रहे और किसी तरह की जनहानि नहीं हुई। घटना का पता चलने पर तहसीलदार ने आशवणी गांव पहुंचकर वेणिलाल बापूजी पटेल के गिरे घर का जायजा लिया और फौरी तौर पर 3200 रुपए, पाटी गांव में शांता बेन धनेश पटेल के घर पहुंचकर दो हजार तथा नारायणपुर गांव जाकर कमलेश रतिलाल पटेल को साढ़े छह हजार रुपए सहायता राशि देने की रिपोर्ट बनाकर कलक्टर को भेजी। इस दौरान तहसीलदार ने कई अन्य गांवों में भी पहुंचकर जलभराव के संकट से परेशान लोगों का हाल जाना। बरसात की आशंका को देखते हुए उन्होंने लोगों को घरों से बाहर नहीं निकलने की सलाह दी। बीते 12 घंटे में तहसील में 2.5 इंच बरसात दर्ज हुई है। बरसात जारी रहने से नदी नाले उफान पर हैं। विभिन्न विस्तारों में जलभराव से जनजीवन पूरी तरह अस्तव्यस्त हो गया है। कापरिया भांभा समेत अन्य गांवों को जोडऩे वाले पुल पर पानी भरने से आवागमन के लिए बंद कर दिया गया। तहसील के कई स्कूलों को बंद कर दिया गया था।