भारतीय रेलवे ने कोरोना काल के बाद मई 2020 से स्पेशल व फेस्टविल के नाम पर ट्रेनों की शुरुआत की, जिसमें यात्रियों से ज्यादा किराया वसूला गया है। अब पश्चिम रेलवे ने 15 नवंबर से सभी स्पेशल ट्रेनों के नम्बर के आगे से जीरो हटाने का निर्णय किया है। इसके चलते कोरोना के पूर्व चल रही नियमित ट्रेनों के रूप में चलाने की घोषणा की गई है। सूत्रों ने बताया कि सूरत से विरार के बीच तीन मेमू ट्रेन कोविड-19 के पहले चलती थी और उसमें यात्रियों से जनरल किराया लिया जाता था, लेकिन, 15 नवंबर से भी इन ट्रेनों के नम्बर बदलकर मेल/एक्सप्रेस का किराया लिया जा रहा है। इसके साथ ही सूरत से भरुच के बीच अप-डाउन करने वाली मेमू ट्रेन का भी नम्बर बदला, लेकिन नए नम्बर के बाद मेल एक्सप्रेस का किराया लेना जारी है।
हैं। यह सभी पैसेंजर, मेमू और शटल ट्रेनें लगभग हर स्टेशनों पर रुकते हुए चलती है। यात्रियों की मांग है कि इन ट्रेनों में भी यात्रियों से कोविड-19 के पहले की स्थिति बहाल की जाए। गौरतलब है कि कोविड-19 के पहले यात्रियों को किराए में मिलने वाली छूट भी रेलवे ने अभी पूरी तरह से लागू नहीं की है। हाल में रेलवे ने सिर्फ तीन श्रेणी दिव्यांग, मरीज और विद्यार्थियों को ही किराये में छूट दी है। जबकि सीनियर सिटीजन समेत अन्य वर्ग के यात्रियों को मिलने वाली छूट फिलहाल नहीं है।