बाल आयोग के समक्ष उपस्थित हुए अभिभावकों का कहना है कि आयोग ने उन्हें आश्वासन दिया है कि वह उनके बच्चों का अच्छे स्कूलों में प्रवेश करवाने में सहायता करेगा। स्कूल पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। स्कूल का लाइसेंस रद्द किया जाएगा और पेनल्टी भी लगाई जाएगी। बाल आयोग सूरत शहर के बाल अधिकारी और जिला अधिकारी को इस मामले में कार्रवाई करने के निर्देश देगा।
स्कूल बच्चों को फिर प्रवेश देने के लिए तैयार है, लेकिन फीस में किसी तरह की कमी नहीं की जाएगी। अभिभावकों को अंडरटेकिंग भी देना होगा।
दीपक वैद्य, संचालक, एस.डी.जैन स्कूल