जानकारी के अनुसार वैन करीब १५ बच्चों को घरों से लेकर स्कूल आ रही थी, तभी घोड़दौड़ रोड पर उसमें सीएनजी गैस लीक होने लगी। वैन चालक और विद्यार्थी कुछ समझ पाते, तभी उसमें शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। वैन को आग में घिरा देख राहगीर मदद के लिए दौड़ आए। उन्होंने वैन का कांच तोड़ दिया और अफरा-तफरी के बीच वैन में सवार विद्यार्थियों को तत्काल बाहर निकला। आग इतनी तेजी से भभकी कि वैन चालक विष्णु मिश्रा तथा भटार निवासी मेहूल ओमप्रकाश वोरा (13), पुरुषोत्तमनगर निवासी शिवम मनीष जरीवाला (11), जयअंबेनगर निवासी मानसी मधुसूदन गांधी (12) और नीलकंठनगर निवासी रिया निशाद चेवली (11) झुलस गए।
वैन में बड़ी कक्षाओं के विद्यार्थी होने से वे तुरंत बाहर निकल गए, नहीं तो गंभीर हादसा घट जाता। सूचना मिलते ही पुलिस और स्कूल प्रबंधन के लोग मौके पर पहुंच गए और झुलसे बच्चों को अस्पताल पहुंचाया गया। वैन में 15 बच्चे सवार थे, जो क्षमता से कहीं अधिक थे। हादसे को लेकर पुलिस और आरटीओ प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है।
आग धधकने के बाद चेता परिवहन विभाग
गुरुवार सुबह स्कूल वैन में हादसे के बात परिवहन विभाग भी हरकत में आ गया। विभाग के निरीक्षकों ने स्कूलों की छुट्टी के दौरान स्कूल से अलग चल रहे निजी वाहनों की जांच की। चालकों के ड्राइविंग लाइसेंस की पड़ताल की गई। साथ ही वाहनों के फिटनेस को देखा।